कार्यक्रम में आचार्य सुखबोधानंद ने अहंकार न करने की सीख देते हुए कहा कि अहंकार से तनाव होता है, अहंकार को छोड़कर मन को शांत किया जा सकता है। जीवन में सरल होना मुश्किल है परन्तु सरल होकर ही ईश्वर को प्राप्त किया जा सकता है। आदि शंकराचार्य के अद्वैत के संदेश को जन-जन तक पहुँचाना महान कार्य है। आदि शंकराचार्य की शिक्षा से जीवन का उत्थान हो सकता है।
प्रसिद्ध नृत्यांगना सोनल मानसिंह ने कहा कि कलाकारों को कभी छोटा नहीं समझना चाहिए। मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए बोली, इनसे लोगों को सीख लेना चाहिए। कला जगत के प्रति मुख्यमंत्री के भाव प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि आदि शंकराचार्य का दर्शन समस्त मानव जाति के लिए है। कला जगत में उनके स्रोतों का पठन होता है।
स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी ने कहा कि दर्शन से अंतरदृष्टि जागृत होती है। दृष्टि ज्ञानमयी हो तो सारा जगत परमात्मामय दिखाई देता है। एकात्म यात्रा इसी उद्देश्य से निकाली जा रही है। कार्यक्रम में महंत चन्द्रमादास ने भी विचार व्यक्त किए। आर्ट ऑफ लिविंग के ऋषि नित्यप्रज्ञा ने भक्ति संगीत प्रस्तुत किया। इस अवसर पर सभी धर्मों के धर्मगुरू, सहकारिता राज्यमंत्री विश्वास सारंग, सांसद आलोक संजर, सहित विधायक, जनप्रतिनिध एवं गण्मान्य नागरिक उपस्थित थे।
ध्वज पताका लेकर चले सीएम –
मुख्यमंत्री शिवराज ने निवास में एकात्म यात्रा का स्वागत करते हुए ध्वज पताका हाथ में थामी। उनकी पत्नी साधना सिंह सिर पर खड़ाउ लेकर साथ चल रहीं थीं। कार्यक्रम में एकात्म यात्रा के ध्वज और चरणपादुका का पूजन किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एकात्म यात्रा का संकल्प दिलाया।
मुख्यमंत्री शिवराज ने निवास में एकात्म यात्रा का स्वागत करते हुए ध्वज पताका हाथ में थामी। उनकी पत्नी साधना सिंह सिर पर खड़ाउ लेकर साथ चल रहीं थीं। कार्यक्रम में एकात्म यात्रा के ध्वज और चरणपादुका का पूजन किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एकात्म यात्रा का संकल्प दिलाया।
शासक, प्रशासक, उपासक मिलकर कर रहे सहयोग, इसलिए सार्थक हो रही एकात्म यात्रा
– शहर के 85वार्डों से कलश लेकर यात्रा के रूप में अंबेडकर मैदान पहुंचे श्रद्धालु, पादुका पूजन करने लगी रही लोगों की भीड़
– शहर के 85वार्डों से कलश लेकर यात्रा के रूप में अंबेडकर मैदान पहुंचे श्रद्धालु, पादुका पूजन करने लगी रही लोगों की भीड़
एकात्म यात्रा भोपाल पहुंची…
इससे पहले राजधानी पहुंची एकात्म यात्रा का स्वागत सत्कार का सिलसिला शनिवार को भी जारी रहा। आदि शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापना के लिए निकाली जा रही यह यात्रा शुक्रवार को भोपाल पहुंची थी। शनिवार को इस यात्रा के संवाद और सत्कार को लेकर तुलसी नगर स्थित अंबेडकर जयंती मैदान में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें शहर के 85 वार्डों से कलश लेकर श्रद्धालु इस आयोजन में शामिल हुए। इसके अलावा कई सामाजिक, व्यापारिक संगठन भी कलश लेकर पहुंचे। इस तरह १०० से अधिक कलश लेकर श्रद्धालु इसमें शामिल हुए।
इससे पहले राजधानी पहुंची एकात्म यात्रा का स्वागत सत्कार का सिलसिला शनिवार को भी जारी रहा। आदि शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापना के लिए निकाली जा रही यह यात्रा शुक्रवार को भोपाल पहुंची थी। शनिवार को इस यात्रा के संवाद और सत्कार को लेकर तुलसी नगर स्थित अंबेडकर जयंती मैदान में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें शहर के 85 वार्डों से कलश लेकर श्रद्धालु इस आयोजन में शामिल हुए। इसके अलावा कई सामाजिक, व्यापारिक संगठन भी कलश लेकर पहुंचे। इस तरह १०० से अधिक कलश लेकर श्रद्धालु इसमें शामिल हुए।
इस मौके पर अंबेडकर जयंती मैदान में सभा का आयोजन भी किया गया। इसमें एकात्म यात्रा में शामिल स्वामी अखिलेश्वरानंद महाराज ने इस यात्रा को लेकर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के जरिए भारतवर्ष में भावनात्मक लहर चलाई जा रही है और लोग इससे जुड़ते जा रहे हैं। यह शासक, प्रशासक, उपासक द्वारा मिलकर यह पुनित यात्रा के लिए कार्य किया जा रहा है इसलिए यह यात्रा सार्थक है।
मप्र में पिछले सालों से नर्मदा यात्रा, इस बार एकात्म यात्रा जैसे जो आयोजन हुए हैं, जिसकी हर जगह चर्चा है। उन्होंने कहा कि भारत विश्वगुरु रहा हैं और आगे भी विश्वगुरु ही रहेगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री के सलाहकार शिव चौबे ने रीवा से भोपाल तक की यात्रा के बारे में जानकारी दी। वहीं राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने यात्रा के महत्व पर प्रकाश डाला। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेंद्रनाथ सिंह, महापौर आलोक शर्मा, पूर्व महापौर कृष्णा गौर, महंत चंद्रमादास त्यागी, रामदयाल प्रजापति सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
ढोल ढमाकों के साथ आदि शंकराचार्य के जयकारों से गूंजता रहा मैदान
अंबेडकर जयंती मैदान में सुबह से ही ढोल ढमाकों और डीजे के साथ कलश लिए यात्राओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। जगह-जगह पुष्पवर्षा करते हुए श्रद्धालु चल रहे थे।
अंबेडकर जयंती मैदान में सुबह से ही ढोल ढमाकों और डीजे के साथ कलश लिए यात्राओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। जगह-जगह पुष्पवर्षा करते हुए श्रद्धालु चल रहे थे।
अनेक वार्डों से लोग शामिल होकर यात्रा के रूप में अंबेडकर जयंती मैदान पहुंचे। यहां आदि शंकराचार्य की पादुका का पूजन किया गया। इस दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं ने यात्रा की सफलता को लेकर संकल्प लिया। पादुका पूजन के लिए भी श्रद्धालुओं में होड़ लगी हुई थी।
भाजपा जिलाअध्यक्ष बोले, पार्षद और मंडल अध्यक्ष अपनी उपस्थिति दर्ज कराए
इस कार्यक्रम में लोगों की उपस्थिति संभावना के मुकाबले कुछ कम रही,और कई कुर्सियां खाली रही। इससे भाजपा के जिलाध्यक्ष सुरेंद्रनाथ सिंह व्यथित नजर आए। यात्रा की सभा के समापन के बाद जैसे ही चरण पादुकाएं लेकर श्रद्धालु और अतिथि निकले, उसके बाद मंच से एनाउंस हुआ कि सभी पार्षद और मंडल अध्यक्ष मंच पर आकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराए, इसके बाद कई लोग जिलाअध्यक्ष के पास पहुंचे। इस दौरान एक कार्यकर्ता द्वारा रजिस्टर में सबका नाम लिखा गया और दस्तखत कराए गए।
इस कार्यक्रम में लोगों की उपस्थिति संभावना के मुकाबले कुछ कम रही,और कई कुर्सियां खाली रही। इससे भाजपा के जिलाध्यक्ष सुरेंद्रनाथ सिंह व्यथित नजर आए। यात्रा की सभा के समापन के बाद जैसे ही चरण पादुकाएं लेकर श्रद्धालु और अतिथि निकले, उसके बाद मंच से एनाउंस हुआ कि सभी पार्षद और मंडल अध्यक्ष मंच पर आकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराए, इसके बाद कई लोग जिलाअध्यक्ष के पास पहुंचे। इस दौरान एक कार्यकर्ता द्वारा रजिस्टर में सबका नाम लिखा गया और दस्तखत कराए गए।