scriptप्यास लगने पर कुंआ खोदने का काम कर रहा है वन विभाग | The forest department is digging wells when thirsty | Patrika News
भोपाल

प्यास लगने पर कुंआ खोदने का काम कर रहा है वन विभाग

– वन्य प्राणियों को पानी उपलब्ध कराने की राशि नहीं मिलने पर विकास निधि से जंगल में पानी का इंतजाम कर रहा है विभाग- पानी के लिए जंगल से बाहर आ रहे जानवर

भोपालApr 14, 2020 / 09:22 pm

Ashok gautam

प्यास लगने पर कुंआ खोदने का काम कर रहा है वन विभाग

प्यास लगने पर कुंआ खोदने का काम कर रहा है वन विभाग


भोपाल। प्यास लगने पर कुंऑ खोदने की कहावत तो आप ने सुनी ही होगी। इसी कहावत की तर्ज पर वन्य प्राणियों की प्यास बुझाने के लिए वन विभाग काम शुरू कर रहा है। विभाग ने वन्य प्राणियों को जंगलों में पानी उपलब्ध कराने के लिए अब पोखर खोदकर उनमें पानी पहुंचाने की तैयार कर रहा है। जबकि यह काम उसे जनवरी-फरवरी में ही कर लेना चाहिए था। यह काम विभाग नेशनल पार्कों के विकास निधि से कर रहा है। जंगलों में पानी की कमी के चलते वन्य प्राणी पानी की तलाश में गांवों की तरफ पलायन कर रहे हैं।
प्रदेश की पूर्ववर्ती कमल नाथ सरकार वन्यप्राणियों के लिए जंगलों में पानी का अनुपूरक बजट में 6 करोड़ का प्रावधान तो किया था, लेकिन राशि जारी नहीं किया था। जिससे वन्य प्राणियों के लिए जंगलों में पानी उपलब्ध कराने का काम अभी तक नहीं हो पाया। अब इस काम को विकास निधि से किया जा रहा है, जबकि इस राशि का उपयोग सिर्फ पार्क प्रबंधन और पर्यटकों को सुविधाएं उपलब्ध कराने में खर्च किया जाता है। प्रदेश में पहली बार जंगलों में पानी का इंतजाम करने में विकास निधि का उपयोग किया जाएगा। वन्यप्राणी विशेषज्ञों का कहना है कि जंगल में छिपने, खाने और पानी का इंतजाम हो, तो वन्यप्राणी बाहर नहीं आते हैं। इन घटनाओं के पीछे विशेषज्ञ पानी या खाने का संकट बताते हैं।
इंतजाम में लगते हैं एक माह
जंगलों में पानी का इंतजाम करना पहले पोखर तैयार करना और फिर उसमें नियमित रूप से पानी डलवाने की व्यवस्था करने में एक माह का समय लगता है। अप्रैल की शुरूआत में ही पारा चढऩे लगा है और गर्मी बढऩे से जंगलों में प्राकृतिक स्रोत सूखने लगे हैं। जनवरी या फरवरी में राशि का व्यवस्था होती, तो मार्च में पोखर सहित अन्य इंतजाम पूरे कर लिए जाते, लेकिन अब समय लगेगा।

पानी के लिए राशि नहीं मिली थी। इसलिए जंगलों में पानी का इंतजाम नहीं हो पाए हैं। हमने विकास निधि से जंगलों में पानी उपलब्ध कराने के अलावा अन्य दूसरे कार्यों पर रोक लगा दी है। वैसे अभी पानी के संकट जैसी स्थिति नहीं है। कई जगह प्राकृतिक स्रोत चल रहे हैं।
राजेश श्रीवास्तव, चीफ वाइल्ड लाइफ वॉर्डन

Home / Bhopal / प्यास लगने पर कुंआ खोदने का काम कर रहा है वन विभाग

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो