देवेन्द्र के बड़े भाई जिला कोषाध्यक्ष भाजपा पिछड़ा मोर्चा धर्मेन्द्र साहू ने बताया, सूदखोर छोटे भाई का जीना मुश्किल कर रखा था। परिवार के बिना जानकारी के सूदखोर उसे कर्ज देते थे और मुंहमागी रकम की मांग कर प्रताडि़त करते थे। सूदखोर राहुल गिरी, महिला पुलिसकर्मी का पति राकेश उपाध्याय, सकील, सोहेल समेत सात सूदखोर कर्ज दिए थे। धर्मेन्द्र ने बताया, राहुल गिरी, राकेश उपाध्याय ने उसकी नई कार, एसी, मोबाइल समेत अन्य सामान गिरवी रख लिया था। अशोका गार्डन थाने में शिकायत की थी, तब पुलिस ने सूदखोरों से समझौता करा दिया था। पिछले चार दिन से सोहेल नाम का सूदखोर दो लाख रुपए की मांग को लेकर घर में आकर धमकी दे रहा था, जिसके बाद से देवेन्द्र गायब था।
सूदखोरों ने फर्जी दस्तावेज से दिलाए लोन
देवेन्द्र कई बैंकों से कार, बाइक, मोबाइल, एसी समेत अन्य सामान फायनेंस करा रखा था। परिजनों का कहना है, सूदखोर दबाव बनाकर उससे निजी बैंकों से फायनेंस कराते थे। इसके लिए वे देवेन्द्र से फर्जी दस्तावेज भी तैयार कराए थे। धर्मेन्द्र की मां के नाम के घर के फर्जी दस्तावेज भी सूदखोरों ने तैयार कराया था। लोन पास होते ही सूदखोर उसका सामान छीन लेते थे। परिजनों का कहना कि 15 से अधिक लोन देवेन्द्र के नाम से हैं। हालात यह थे कि सूदखोरों की डर की वजह से महीनों-महीने घर नहीं आता था।