प्रदेश कांग्रेस महासचिव ठाकुर ने मंच की ओर इशारा करते हुए अपनी बात कहना शुरू की तो सभागार में खामोशी छा गई। बैठक में मौजूद अन्य नेताओं ने भी पार्टी में गुटबाजी की बात कही। समापन भाषण में कमलनाथ ने कहा कि वे इस बात से सहमत हैं कि कांग्रेस गुटों में बंटी हुई है। सभी को एक होने की जरूरत है। गिले-शिकवे भुलाकर सभी को अगले तीन महीने पूरी तरह से चुनाव में जुट जाना है। कमलनाथ ने कहा कि भाजपा सरकार के खिलाफ आमजन में नाराजगी है, जनता में आक्रोश है, हम निष्ठा से काम करेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी। संगठन के लिए कार्यकर्ताओं के कम होते रुझान पर कहा कि जब तक कार्यकर्ता मैदान में नहीं उतरेंगे, जीत संभव नहीं है। बीजेपी का मुकाबला पीसीसी-डीसीसी नहीं कर सकती, इसके लिए ब्लॉक और गांव के कार्यकर्ताओं को बाहर निकलना होगा।
कांग्रेस में जय श्रीराम
बैठक खत्म होने के बाद कुछ कांग्रेसी नेताओं ने जय श्रीराम के नारे लगाए। यह पहला मौका था जब कांग्रेस की बैठक में इस तरह के नारे लगे। वहीं युवा प्रतिनिधियों में इस बात की नाराजगी रही कि उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया। मंच पर मुस्लिम नेता को स्थान नहीं देने से भी नाराजगी दिखी।
चेहरा देखकर नहीं देंगे टिकट
कमलनाथ ने कहा कि इस बार चेहरा देखकर टिकट नहीं दिया जाएगा, न ही किसी का कोटा चलेगा। जिसका नाम सर्वे में होगा और जनाधार वाला जिताऊ उम्मीदवार होगा, उसे ही टिकट मिलेगा। उन्होंने कहा कि टिकट जल्द ही बंटेगे।
संकल्प पत्र तैयार करेगी कांग्रेस
क मलनाथ ने कहा कि हर जिले के विकास का संकल्प पत्र तैयार किया जाएगा। हम कोई घोषणा नहीं करेंगे। जिले की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने का संकल्प लेंगे। संकल्प-पत्र में स्थानीय आवश्यकताओं की बात की जाएगी। सडक़, पीने का पानी, पुल-पुलियों, अस्पताल व विकास की बात की जाएगी। मुख्यमंत्री ने झूठी घोषणाएं कर जो सपने दिखाए हैं, इन थोथी घोषणाओं का उल्लेख संकल्प पत्र में किया जाएगा। भ्रष्टाचार की सूची भी सिलसिलेवार प्रकाशित की जाएगी, जिसमें सभी को सहयोग देना है। उन्होंने इवीएम के मामले में सतर्क रहने के निर्देश दिए।