मंडीदीप निवासी सौरभ पिता छगन लाल परमार (२०) बीकॉम प्रथम सेमेस्टेर का छात्र था। रविवार रात ये अपने क्लासमेट अंकित और नमन के साथ कैपिटल मॉल में बर्गर खाने आया था। वहां पर बर्गर खाने के बाद ये लोग वापस स्कूटी से रात करीब 9.30 बजे घर लौट रहे थे। स्कूटी सौरभ चल रहा था। इस दौरान जैसे ही ये लोग ११ मील बाइपास से कुछ दूरी पर रतनपुर तिराहे पर पहुंचे।
वहां पर सामने से आ रही मैजिक गाड़ी ने टक्कर मार दी। इसमें सौरभ की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं अंकित और नमन घायल हो गए। आस-पास के लोग तत्काल मौके पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल ले गए। वहीं पुलिस ने मृतक सौरभ को पीएम के लिए हमीदिया में भेज दिया।
मौत खींच लाई कैपिटल मॉल
घायल नमन ने बताया कि शाम को अंकित घर आया। हम लोग कुछ देर एक साथ बैठे रहे। उसके बाद हम लोग सौरभ के घर गए। वहां पर तीनों बैठकर बातें कर रहे थे। इस दौरान हम लोगों की प्लान बनी कि बर्गर खाने चलते हैं। पहले हम लोग मंडीदीप में खाने जा रहे थे लेकिन अचानकर रास्ते में प्लान चेंज हो गया।
सभी ने कहा कि कैपिटल मॉल ही चलते हैं। वहां से हम लोग मॉल आ गए। मॉल में करीब २० मिनट रुके। उसके बाद वापस घर के लिए निकल गए। इस दौरान रास्ते में ये हादसा हो गया। नमन ने कहा कि सौरभ को मौत मॉल तक खींच लाई। अगर हम लोग मंडीदीप में ही बर्गर खा लिए होते तो शायद मेरा दोस्त जिंदा होता।
घर में सबसे छोटा था सौरभ
मृतक सौरभ घर में सबसे छोटा था। उसे खूब लाड प्यार मिलता था। इसके पिता ट्रांस्पोर्टर हैं। इसका एक भाई संजय वर्मा और बहन नीलम है। बेटे की मौत की सूचना जब घर पहुंची तो किसी तो विश्वास ही नहीं हो रहा था। सौरभ के मौत के बाद घर में मातम छा गया है।
रात में होशंगाबाद रोड से निकलना मुश्किल
होशंगाबाद रोड पर रात 10 बजे के बाद निकलना मुश्किल हो गया है। यहां पर रात में तेज रफ्तार में वाहन निकलते हैं। एेसे में कई हादसे हो चुके हैं। 20 दिन पहले एक बच्चे को भी डंपर ने टक्कर मार दिया था। इसमे वो गंभीर रूप से घायल हो गया था। आए दिन इस मार्ग पर हादसे हो रहे हैं लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदार इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।