अपील समिति ने इसकी सुनवाई करते हुए मंगलवार को इस विज्ञापन पर अपनी मुहर लगा दी है। वहीं भाजपा के तीन विज्ञापनों पर मीडिया प्रमाणन तथा अनुवीक्षण समिति ने पार्टी से पूरी स्क्रिप्ट बुलवाई है। इन विज्ञापनों में भाजपा सरकार ने अपने सरकार की उपलब्धियों का गुणगान किया है।
आचार संहिता लागू होने के बाद से कुल 71 विज्ञापनों के प्रमाणन के लिए राजनैतिक दलों ने आवेदन किया था। इसमें से अब तक 51 विज्ञापनों को प्रमाणन मिला है। वहीं 15 विज्ञापनों को विभिन्न कारणों से अनुमति नहीं दी गई है, इन विज्ञापनों में कुछ शब्दों और फोटो को लेकर आयोग ने राजनीतिक दलों के समक्ष आपत्ति उठाई थी।
आचार संहिता लागू होने के बाद से कुल 71 विज्ञापनों के प्रमाणन के लिए राजनैतिक दलों ने आवेदन किया था। इसमें से अब तक 51 विज्ञापनों को प्रमाणन किया गया है। वहीं 15 विज्ञापनों को विभिन्न कारणों से अनुमति नहीं दी गई है, इन विज्ञापनों में कुछ शब्दों और फोटो को लेकर आयोग ने राजनीतिक दलों के समक्ष आपत्ति उठाई थी।
कांग्रेस ने पांच विज्ञापनों को लेकर राज्य स्तरीय मीडिया प्रमाणन तथा अनुवीक्षण समिति के समक्ष अपील की थी, जिस पर समिति ने आज चर्चा के बाद स्वीकृति दे दी। जबकि भाजपा के तीन विज्ञापनों के संबंध में आयोग ने स्क्रिप्ट की पूरी कापी बुलवाई है। स्क्रिप्ट के परीक्षण के बाद ही इन विज्ञापनों के प्रसारण की अनुमति पर समिति निर्णय देगी। इन विज्ञापनों में भाजपा सरकार ने अपने सरकार की उपलब्धियों का गुणगान किया है।
ये थी विज्ञापन की टैग लाइन- अपील समिति ने कांग्रेस के कुल ५ विज्ञापनों को मंजूरी दी। इनकी टैग लाइन, अपने देश वासियों को देशद्रोही कहने वालों कुछ तो शर्मा करो, अच्छे दिन की कसम देने वालों कुछ तो शर्मा करो, महंगाई की मार देने वालों कुछ तो शर्मा करो, अपने की पैसे के लिए लाइन में लगाने वालों कुछ तो शर्म करो, दो करोड़ लोगों को नौकरी का झांसा देने वालों कुछ तो शर्मा करो थी।