सरकार ने रेत खदानों के लिए टेंडर जारी कर दिए हैं। जिला स्तर पर रेत खदानों के समूह को लेने ठेकेदार ई-निविदा प्रक्रिया में 17 अक्टूबर से 8 नवम्बर तक हिस्सा ले सकेंगे।रेत खदानों की नीलामी के लिए प्रदेश में 43 समूह बनाए गए हैं। इन समूहों में 3.96 घनमीटर रेत की मात्रा निर्धारित की गई है। ठेकेदारों को तीन साल के लिए खदानें आवंटित की जाएंगी।
इसका आधार मूल्य ४९४.७५ करोड़ रूपए तय किया गया है। इसमें सरकार को ६०० करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद है। तीन साल बाद फिर से इन खदानों की नीलामी फिर से नए सिरे से की जाएगी। टेंडर की प्रक्रिया ई-निविदा पोर्टल पर अपलोड कर दी गई है, जिससे ठेकेदार अथवा आम आदमी को टेंडर शर्तों में कोई दिक्कत है तो वह विभाग से इसकी पूछ-तॉछ कर सके।
तीन जिलों में ठेकेदारों को राहत मंडला, अलीराजपुर और देवास में ठेकेदारों को राहत दी गई है। इन जिलों के रेत समूहों की आफसेट प्राइज दस करोड़ से कम है। इसके चलते ठेकेदारों को उनकी कंपनी के नेटवर्थ बताने की अनिवार्यता नहीं रहेगी। जबकि दस करोड़ से ऊपर के रेत समूहों की निविदा में हिस्सा लेने के लिए ठेकेदार अथवा कंपनी का नेटवर्थ आफसेट प्राइज का 50 फीसदी होना जरूरी है।
ठेकेदारों से 15-16 को चर्चा करेगा विभाग टेंडर प्रकिया अथवा शर्तों को लेकर अगर ठेकेदार अथवा आम जनता को किसी तरह की शंका अथवा सवाल है तो वे 15-16 अक्टूबर का विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर सकें। इसके लिए विभाग के अधिकारियों ने कलेक्टरों और आम जनता के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग रहा है। ठेकेदार अथवा आम जनता निविदा के संबंध में कलेक्ट्रेट कार्यालय जाकर वीडियो काफ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों से सवाल कर सकेंगे।
19 नवम्बर के बाद से आवंटित होगी खदाने ठेकेदारों को रेत खदानों का आवंटन 19 नवम्बर के बाद से प्रारंभ किया जाएगा, क्योंकि तकनीकी निविदा खोलने की शुरूआत 19 नवम्बर से की जाएगी। सबसे पहली निविदा भोपाल-नर्मदापुर संभाग से शुरू की जाएगी। जबकि आखिरी तकनीकी निविदा 23 नवम्बर को सागर-शहडोल संभाग की खोली जाएगी।