पुरानी फिल्मों से ही काम चलाना पड़ेगा
फिल्म प्रतिनिधि एसपी अग्रवाल का कहना है कि अगर मल्टीप्लेक्स ओपन करते भी हैं तो पुरानी फिल्मों से ही काम चलाना पड़ेगा। क्योंकि नई मूवीज रिलीज नहीं हो रही हैं। जिससे दर्शकों की दिलचस्पी भी कम हो सकती है। इसलिए शुरुआती दौर में वैसे भी कम दर्शक ही सिनेमाघर का रूख करेंगे। वहीं, भोपाल सिनेमा ऑनर्स एसोसिएशन के चेयरमैन अश्विनी अग्रवाल का कहना है कि सिनेमाघर खुलने पर अधिकतम दो या तीन शो ही चला पाएंगे। क्योंकि सिनेटाइजेश में काफी समय लगेगा। सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन कराने के लिए इंटरवल का समय भी बढ़ाया जाएगा। अभी 50 प्रतिशत दर्शकों को सिनेमाघर तक लाना भी चुनौतिपूर्ण है। वहीं, पीवीआर के रीजनल मैनेजर सिद्धार्थ शेंडे का कहना है कि अभी भोपाल में हॉल शुरू होने में कुछ दिनों का समय लगेगा। अभी कोई नई फिल्म रिलीज नहीं हो रही है तो सिनेमाघरों में पुरानी फिल्मों की ही स्क्रिनिंग होगी।
नई फिल्में रिलीज से पहले दर्शकों का आना मुश्किल
अभी सिनेमा घरों को खोलना संभव नहीं है, क्योंकि फिल्में भी रिलीज नहीं हो रहीं हैं। जब नई फिल्में आएंगी तभी सिनेमाघरों को ओपन करने का मतलब निकलेगा। करीब 11 फिल्में कम्पलीट हैं लेकिन रिलीज के इंतजार में अटकी हैं। जब तक ये फिल्में रिलीज नहीं होंगी कुछ कह पाना सही नहीं होगा। वहीं 50 प्रतिशत दर्शकों के साथ ही हॉल को नहीं ओपन कर सकते। क्योंकि बिजली, स्टाफ उतना ही लगेगा और हाल को बार-बार सैनेटाइज किया जाएगा। सरकार को क्वारेंटाइन एरिया के सिनेमा हॉल को टैक्स में छूट देनी होगी। इसके संचालन के लिए हर हफ्ते नई फिल्म चाहिए।
अजीजउद्दीन, संचालक राज सिनेमा
एसओपी के अनुसार तैयारी
इंदौर और ग्वालियर में मल्टीप्लेक्स शुरू हो रहा है। हालांकि अभी भोपाल में आठ से दस दिनों का समय लगेगा। दिल्ली में भी 10 में से चार हॉल ही शुरू हो रहे हैं। हमने ऑपरेशन तैयारियां शुरू कर दी है। यूपीएस शुरू होने में ही एक दिन का समय लग जाता है। इसलिए गुरुवार से फिल्मों का प्रदर्शन नहीं हो पाएगा। हॉल में पीपीई कीट भी उपलब्ध रहेगी। दर्शक चाहे तो इसे खरीद पहनकर भी जा सकते हैं। दर्शकों को आपस में सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेंन करना होगी।
आलोक टंडन, सीईओ, ऑइनॉक्स
हमारी तैयारी पूरी
सरकार की गाइडलाइन के हिसाब से शो चलाने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार मॉल में शो का संचालन शुरू किया जाएगा। सिंगल स्क्रीन की टॉकीज के संचालक तैयार नहीं हैं। हाउस फुल से 50 प्रतिशत लोगों की अलाऊ रहेंगे। अभी फिल्म के शेड्यूल का इंतजार कर रहे हैं।
– आरके वाजपेयी, फिल्म प्रतिनिधि