– प्रस्तावित एफआरडीआई बिल वापस लिया जाए।
– बैंक्स बोर्ड ब्यूरो को समाप्त करें।
– सभी संवर्गों में समुचित भर्ती हो।
– बैंक कर्मचारी-अधिकारियों के मुद्दों का निराकरण किया जाए।
बैंक शाखाएं 1.30 लाख
एटीएम 2 लाख
कर्मचारी 10 लाख प्रदेश में-
बैंक शाखाएं 7300
एटीएम 10,000
कर्मचारी 40,000 भोपाल में-
बैंक शाखाएं 488
एटीएम 1000
कर्मचारी 5000
वहीं राहत की बात यह है कि इस दौरान आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस और कोटक महिंद्रा बैंक जैसे प्राइवेट बैंकों में कामकाज सामान्य रहने की उम्मीद है। हालांकि इन बैंकों में भी चेक क्लीयरिंग में देरी हो सकती है। चूंकि महानगरों के साथ ही दूसरे और तीसरे दर्जे के शहरों में भी प्राइवेट बैंकों का ऑपरेशन मजबूत होता जा रहा है। ऐसे में उम्मीद है कि कस्टमर को अधिक मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ेगा।