इसी दौरान सरकार दो वरिष्ठ मंत्री पीसी शर्मा और सज्जन वर्मा ने कहा कि बड़े ब्रांड होटल खुलेंगे तो इनके बार के साथ कसीनो भी खोले जाएं। खासकर पर्यटन स्थलों पर। इसमें रुपये के बदले डॉलर में राशि ली जाए। मंत्री पीसी शर्मा ने सीएम को तर्क दिया कि मलेशिया में खुले हैं लेकिन वहां स्थानीय लोगों का जाना प्रतिबंधित है। ऐसे नियम के साथ एमपी में भी खोले जाए। यहां भी कसीनो में सिर्फ पर्यटकों की एंट्री हो। बाहरी लोगों के लिए प्रतिबंधित हो।
पहले दो वरिष्ठ मंत्रियों ने यह आइडिया दिया तो सीएम कमलनाथ ने इससे इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में कहीं भी कसीनो खोलने की अनुमति नही है। मध्यप्रदेश में भी ऐसा नहीं हो सकता है, बेवजह इसमें बदनामी होती है। इस पर मंत्री विजय लक्ष्मी साधौ ने कहा कि दिग्विजय सिंह के सरकार के दौरान खजुराहो में खोलने के प्रस्ताव आए थे, जो मंजूर नहीं हुआ।
इसके बाद मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि गोवा में तो खुले हुए है। फिर दो युवा मंत्री प्रियव्रत सिंह और जीतू पटवारी ने भी इसका समर्थन दिया। सीएम ने कहा कि वहां पानी में है, जमीन पर कोई कसीनो नहीं है। पटवारी ने फिर सीएम को सुझाव दिए कि हनुमंतिया में खोल सकते हैं। फिर सीएम कमलनाथ ने साफ कर दिया कि कहीं नहीं खोल सकते हैं।
हिंदुस्तान में कसीनो का कोई कांसेप्ट है। यहां सिर्फ गोवा में कुछ कसीनो हैं। गोवा में हर साल अरबों रुपये के कारोबार कसीनो से होते हैं। शाम के सात बजे शुरू होकर रात को एक बजे तक कसीनो का कारोबार चलता है। यहां से लोग बाहर या तो धनवान या फिर कंगाल बनकर निकलते हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा मशहूर वेगास के कसीनो हैं। कसीनो में आने वाले लोगों की रंगीनियत का भी कसीनो संचालक पूरा ख्याल रखते हैं।
ज्यादातर कसीनो के डिजाइन ऐसे होते हैं कि वहां अंदर जाने के बाद लोग खो जाते हैं। जानकार बताते हैं कि ऐसा इसलिए होता है कि हर व्यक्ति यहां जूआ खेलने के मूड से ही नहीं आता। कई लोग घूमने भी आते हैं। लेकिन जब आप अंदर घुसते हैं तो निकलने के लिए रास्ते ढूंढने में आपको वक्त लग जाता है। ऐसे में ज्यादातर बार ये होता है कि लोग खाली टेबल देख बैठ जाते हैं।
कसीनो में नहीं होती घड़ी
कसीनो में कहीं भी घड़ी नहीं लगी होता। ऐसा इसलिए होता है कि आप टाइम नहीं देख सके। कसीनो संचालक चाहते हैं कि अगर कोई यहां खेलने के लिए घुसे तो वह ज्यादा से ज्यादा रकम दांव पर लगाए। घड़ी इसलिए नहीं होती है कि यहां खेलने वाले लोगों की नजर घड़ी पर जाए। घड़ी पर जाने से उन्हें लगता है कि टाइम ज्यादा हो गया है, अब घर जाने की जल्दी है। या फिर किसी को वक्त दिया। जब तक लोगों की नजर घड़ी पर नहीं पड़ती लोग गेम खेलने में मशगूल रहते हैं।
इसके साथ ही कसीनो का सीक्रेट्स यह भी है कि अगर एक बार आप कोई राशि जीत लें तो समझदारी उसी में है कि आप वहां से निकल लें। अगर लालच में फंसे तो आपको जीती हुई राशि गंवानी पड़ सकती है। ऐसे में कसीनो को समझने वाले बताते हैं कि पहली जीत के बाद लालच में कई लोग रुके जाते हैं, ऐसे में उन्हें बाद में बहुत कुछ खोना पड़ता है।
कई कसीनो में मुफ्त में शराब भी परोसी जाती है। जैसे ही लोग जुआ खेलने के लिए कसीनो में घुसते हैं, उन्हें महंगी शराब मुफ्त में परोसी जाने लगती है। कई जगहों पर इसके लिए पैसे भी देने पड़ते हैं। शराब का नशा जैसे-जैसे लोगों पर चढ़ने लगता है, वैसे-वैसे जुआ में वो खोने लगते हैं। जोश में वह हारने के बाद भी पैसे लगातार लगाने लगते हैं। ऐसे में जानकार कहते हैं कि कसीनो जाने के बाद शराब नहीं पीएं।