जेएचएल के दो साल पूरे होने पर प्रोजेक्ट हेड ने बताया कि 104 में स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, कॅरियर व किशोरावस्था से जुड़ी काउंसलिंग सुबह 8 से शाम 8 बजे तक की जाती है। 15 सीटर कॉल सेंटर में डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ व काउंसलर मौजूद रहते हैं।
2 लाख लोगों की दी फस्र्ट एड की ट्रेनिंग
अस्पताल पहुंचने से पहले प्राथमिक उपचार के गुर सिखाने का काम भी यहां हो रहा है। जिम्मेदारों ने बताया कि दो साल में 2 लाख लोगों को फस्र्ट एड व बेसिक लाइफ सपोर्ट की ट्रेनिंग दी गई है। इसमें कई पुलिस कर्मी और छात्र शामिल हैं। 108 से 13 लाख जननी एक्सप्रेस 17 लाख 90 प्रसूताओं और बच्चों को अस्पताल या घर पहुंचाया गया।
अस्पताल पहुंचने से पहले प्राथमिक उपचार के गुर सिखाने का काम भी यहां हो रहा है। जिम्मेदारों ने बताया कि दो साल में 2 लाख लोगों को फस्र्ट एड व बेसिक लाइफ सपोर्ट की ट्रेनिंग दी गई है। इसमें कई पुलिस कर्मी और छात्र शामिल हैं। 108 से 13 लाख जननी एक्सप्रेस 17 लाख 90 प्रसूताओं और बच्चों को अस्पताल या घर पहुंचाया गया।
इस तरह के मामले …
Ó हैलो, मैं राजेश श्रीवास्तव (बदला नाम) बोल रहा हूं। मेरे घर के सामने गंदगी है पर नगर निगम से कोई सफाई करने नहीं आ रहा है। कई बार सीएम हेल्पलाइन पर-181 पर भी शिकायत की पर कोई सुधार नहीं किया गया।Ó Óघर के पास तेज शोर होता है। पढ़ाई में मन नहीं लगता। क्या करूं प्लीज बता दें। कहीं शिकायत की जा सकती है।Ó इस तरह के हर महीने 19 हजार फोन 104 कॉल सेंटर पर आ रहे हैं। सेंटर में करीब 40 काउंसलर्स हैं और पैरामेडीकल स्टाफ है जो अपनी सेवाएं यहां दे रहा है।
Ó हैलो, मैं राजेश श्रीवास्तव (बदला नाम) बोल रहा हूं। मेरे घर के सामने गंदगी है पर नगर निगम से कोई सफाई करने नहीं आ रहा है। कई बार सीएम हेल्पलाइन पर-181 पर भी शिकायत की पर कोई सुधार नहीं किया गया।Ó Óघर के पास तेज शोर होता है। पढ़ाई में मन नहीं लगता। क्या करूं प्लीज बता दें। कहीं शिकायत की जा सकती है।Ó इस तरह के हर महीने 19 हजार फोन 104 कॉल सेंटर पर आ रहे हैं। सेंटर में करीब 40 काउंसलर्स हैं और पैरामेडीकल स्टाफ है जो अपनी सेवाएं यहां दे रहा है।
इनका कहना इस केन्द्र के जरिए स्टूडेंट्स की मदद के साथ एम्बुलेंस सेवा में कोई गड़बड़ी की शिकायत भी दर्ज की जाती है ताकि उसे दुरूस्त कराया जा सके। इसके अलावा प्राथमिक उपचार की भी जानकारी दी जा रही है। सभी तरह की शिकायतें यहां आ रही हैं।
जितेन्द्र शर्मा, जेएचएल प्रोजेक्ट हेड