पुलिस के मुताबिक, पुतलीघर निवासी १७ वर्षीय समीर पिता सादिक स्कूली छात्र था। शुक्रवार दोपहर वह घर से अपने ही पिता की बाइक लेकर बिना किसी को बताए घूमने के लिए निकल गया। इसके बाद रास्ते में अपने दो दोस्त समर पिता शकील (११ वर्ष), रेहान उर्फ कबीर (१५ वर्ष) को बैठाकर कर्बला पंप हाउस होते हुए रेतघाट की तरफ जा रहा था। सेल्फी प्वाइंट के पास अचानक उनकी बाइक अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। हादसे में बाइक ड्राइव कर रहे समीर की मौके पर ही मौत हो गई जबकि समर, रेहान गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों घायलों को एंबुलेंस अस्पताल लेकर पहुंची। जहां, समर को भी डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। वहीं, बाइक के पीछे बैठे रेहान का इलाज चल रहा है। उसको गंभीर चोट लगी है। बाइक चला रहा समीर हेलमेट भी नहीं पहना था।
समर की मां गर्वनर हाउस में पदस्थ
बताया गया कि समर की मां नूरबानो गर्वनर हाउस में पदस्थ हैं। समर निजी स्कूल में पांचवीं का छात्र था। जबकि समीर के पिता पेंटर का काम करते हैं। किशोरों की मौत के बाद इलाके में मातम पसर गया। तीनों किशोरों के घूमने जाने की बात उनके माता-पिता को नहीं पता था। घटना की जानकारी लगने के बाद सभी मर्चुरी, अस्पताल पहुंचे।
शव पड़ा रहा, सड़क पर लगा जाम
बताया गया कि समीर की मौके पर ही मौत हो गई थी। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर एंबुलेंस पहुंची। वह समर और रेहान को लेकर चली गई। लेकिन समीर का शव आधा घंटे तक घटना स्थल पर ही रखा रहा। इस वजह से वीआईपी रोड में जाम की स्थिति बनी। थोड़ी देर बाद पहुंची पुलिस ने वाहनों को आगे बढ़ाया।
सड़क सुरक्षा सप्ताह में ट्रैफिक जागरुकता के तमाम आयोजन किए गए। इसमें परिजनों को विशेषतौर पर यह गुजारिश-अपील की गई कि वह नाबालिगों को वाहन किसी सूरत में नहीं दें। परिजन यदि ऐसा कर रह रहे हैं तो अपने बच्चों की जिंदगी खतरे में डाल रहे हैं। यह अपराध है।
प्रदीप सिंह चौहान, एएसपी ट्रैफिक