उल्लेखनीय है कि अप्रेल 2016 में खादिम चौराहे से अमरनाथ कॉलोनी होते हुए जागरण लेकसिटी यूनिवर्सिटी रोड को जोडऩे के लिए एक सड़क का निर्माण सीपीए ने शुरू कराया था। इस रोड को लेकर शुरू से ही तमाम सवाल उठते रहे। सीपीए ने इस 80 फीट रोड में से आधी 40 फीट रोड का निर्माण त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी से कराया। शेष आधी 40 फीट रोड को बिल्डर्स ने डवलप करना है। इस चालीस फीट रोड पर हल्के, मध्यम और भारी वाहनों का आवागमन 24 घंटे रहता है। यहां अभी स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई गई हैं।
इस सड़क पर शाम ढलते ही अंधेरा छा जाता है और जगह-जगह प्रेमी युगल व नशेड़ी कब्जा जमा लेते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि नशा करने के बाद नशेड़ी उत्पात मचाते हैं। इस क्षेत्र में लगाए गए टाइगर मूवमेंट के बोर्ड भी अवांछित तत्वों ने नष्ट कर डाले हैं। तमाम कैट्स आइ और सोलर ब्लिंकर्स पत्थरों से तोड़ डाले गए हैं।
पुलिस का गश्त यहां नाममात्र के लिए रहता है। इस क्षेत्र के लोगों का कहना है कि पुलिस जंगल में प्रेमी युगलों व नशेडिय़ों से वसूली करने तक ही सीमित रहती है। सार्वजनिक संपत्ति को कौन नुकसान पहुंचा रहा है, इससे कोई मतलब नहीं रहता है। कैट्स आइ और ब्लिंकर्स तोडऩे से रात में वाहनों को मोड़ पर या सामने से रोशनी पडऩे पर सड़क का अंदाज नहीं रहता ओर गाड़ी नीचे उतर जाती है। इससे कभी भी बड़ा हादसा होने की आशंका है।
सरकार संपत्ति लोगों की सुविधा के लिए है। उन्हें स्वयं इसे नष्ट नहीं करना चाहिए।
– प्रदीप चतुर्वेदी, एसडीओ, सीपीए
अराजक तत्वों की धरपकड़ के लिए मैं स्वयं उस तरफ गश्त पर जाता हूं। ऐसे तत्वों पर सख्ती बरती जाएगी।
– सुनील कुमार पांडेय, टीआइ, कोलार