एएसपी राजेश सिंह भदौरिया के अनुसार दुर्गेश विहार निवासी चंद्रभान तिवारी प्रॉपर्टी डीलर हैं। उन्होंने गुनगा थानांतर्गत ग्राम मनीखेड़ी स्थित 6 एकड़ जमीन का सौदा किया था। जमीन का मालिकाना हक हेमसिंह, अजब सिंह और उनकी मां लीलाबाई के पास था। सौदा होने के बाद तिवारी ने 22 लाख रुपए का भुगतान कर दिया। रजिस्ट्री कराने की बारी आई तो हेमसिंह आनाकानी करने लगा। चंद्रभान ने उसके घर चक्कर लगाने शुरू किए तो हेम सिंह अचानक लापता हो गया। कुछ दिन बाद लौटा तो चंद्रभान ने जाहिर सूचना प्रकाशित करवाकर जमीन की रजिस्ट्री करवा ली। नामांतरण के लिए वह बैरसिया तहसील पहुंचे तो पता चला कि इससे पहले इस जमीन का सौदा दो अन्य लोगों से हो चुका है। यह भी पता चला कि उन दोनों को यह जमीन फर्जी बही बनाकर बेची गई थी। उसके बाद से पुलिस फर्जी बहाने वालों की तलाश कर रही थी।
फर्जी बही बनाने वालों आरोपी हसीब (61) निवासी ग्राम महोली थाना गुनगा बताया गया है। उसके पास से अलग-अलग अधिकारियों की सील और अनेक दस्तावेज मिले हैं। पूछताछ में पता चला कि आरोपी के पिता पटवारी थे, जिनका करीब चार साल पहले निधन हो चुका है। वह अपने पिता को शासकीय कामकाज करते हुए देखता था। इसी दौरान उसने फर्जी कागजात तैयार करना शुरू कर दिया।