मेडिकल कॉलेजों में नियुक्ति की जिम्मेदारी संभागायुक्तों को दी गई है। निर्देश दिए गए हैं कि वे वॉक इन इंटरव्यू से नियुक्तियां शुरू कर दें। प्रदेश में 112 ऑक्सीजन पीएसए प्लांट में से करीब एक दर्जन प्लांट शुरू हो गए हैं। 15 अगस्त तक सभी प्लांट शुरू करने का लक्ष्य है। प्लांट की स्थापना में बिजली कनेक्शन की दिक्कत है, जिसके लिए संबंधित जिले के कलेक्टरको निर्देश दिए गए हैं कि वे अड़चनों को दूर करें।
स्वास्थ्य केंद्रों में भी कंसंट्रेटर
जिला स्तर पर ऑक्सीजन प्लांट तैयार हो रहे हैं, तो छोटे स्थानों पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था की जा रही है। प्रयास है कि जिला अस्पतालों के साथ-साथ सामुदायिक तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध करा दिए जाएं। मालूम हो कि प्रदेश के विभिन्न जिलों को 4500 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं। केंद्र सरकार तथा अन्य स्रोतों से लगभग 2500 कंसंट्रेटर मिले हैं। इन्हें भी जरूरत के मुताबिक जिलों में उपलब्ध कराया जाएगा।
जिला स्तर पर ऑक्सीजन प्लांट तैयार हो रहे हैं, तो छोटे स्थानों पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था की जा रही है। प्रयास है कि जिला अस्पतालों के साथ-साथ सामुदायिक तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध करा दिए जाएं। मालूम हो कि प्रदेश के विभिन्न जिलों को 4500 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं। केंद्र सरकार तथा अन्य स्रोतों से लगभग 2500 कंसंट्रेटर मिले हैं। इन्हें भी जरूरत के मुताबिक जिलों में उपलब्ध कराया जाएगा।
आड़े नहीं आएगीबजट की कमी
तीसरी लहर से निपटने बजट की कमी आड़े न आए, इसके लिए सरकार ने व्यवस्था शुरू कर दी है। अस्पतालों में जरूरी उपकरणों की खरीदी के लिए राशि स्वीकृत की गई है। जुलाई अंत तक आवश्यक अधोसंरचना स्थापित करने का प्रयास है। आइसीयू, एचडीयू, पीडियाट्रिक आइसीयू, ओटी बेड बढ़ाने करीब 61 करोड़ की अनुमति जारी की जा चुकी है।
तीसरी लहर से निपटने बजट की कमी आड़े न आए, इसके लिए सरकार ने व्यवस्था शुरू कर दी है। अस्पतालों में जरूरी उपकरणों की खरीदी के लिए राशि स्वीकृत की गई है। जुलाई अंत तक आवश्यक अधोसंरचना स्थापित करने का प्रयास है। आइसीयू, एचडीयू, पीडियाट्रिक आइसीयू, ओटी बेड बढ़ाने करीब 61 करोड़ की अनुमति जारी की जा चुकी है।