उम्र 16 वर्ष हो चुकी है
कान्हा के टी- 17 उर्फ मुन्ना की उम्र 16 वर्ष हो चुकी है। दांत घिस जाने के कारण वह वन्य प्राणियों का शिकार नहीं कर पा रहा था। कान्हा में एक किशोरी की जान लेने के बाद मुन्ना और आबादी दोनों के लिए खतरा पैदा हो गया था। उसे अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में वन विहार शिफ्ट कर दिया गया तब से वह क्वारेंटाइन में रह रहा था।
शिफ्ट कर दिया गया
वन विहार के डिप्टी डायरेक्टर एके जैन ने बताया कि रविवार को डायरेक्टर कोमलिका मोहंता की उपस्थिति में वन्य प्राणी विशेषज्ञ डॉ अतुल गुप्ता के निर्देशन में क्वारेंटाइन से शिफ्ट कर दिया गया। उसने सबसे पहले अपने नए रहवास का निरीक्षण किया उसके बाद संतुष्ट होकर आराम किया। उल्लेखनीय है कि बाघिन प्रिया की कुछ समय पहले ही मौत हो चुकी है।
शिफ्ट करने का फैसला लिया गया
वह काफी बुजुर्ग हो गई थी। लंबे समय तक वह बीमार रही। वन विहार के डॉक्टरों ने उसका इलाज किया लेकिन वे उसे बचा नहीं पाए। प्रिया बाघिन की मौत के बाद से उसका बाडा खाली पडा था। इसलिए अब उसमें मुन्ना बाघ को स्वस्थ होने के बाद शिफ्ट करने का फैसला लिया गया है।
वन विहार में आधा दर्जन बाघ
अभी वन विहार में आधा दर्जन बाघ हैं। इसके साथ विभिन्न स्थानों से रेस्क्यू कर भी समय—समय पर बाघ आते रहते हैं। यहां का अस्पताल प्रदेश में इकलौता अस्पताल है जहां पर वन्य जीवों के अत्याधुनिक तरीके से उपचार की सुविधा है।