दरअसल, मंडी अधिनियम 1972 को बचाने के लिए प्रदेश के किसान, व्यापारी, हम्माल, तुलावटी, मंडी बोर्ड के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा तीन सितंबर से अनिश्चितकालीन बंद का शंखनाद किया गया है। संयुक्त संघर्ष मोर्चा मंडी बोर्ड के संयोजक बीबी फौजदार एवं अंगिरा प्रसाद पांडेय ने बताया कि प्रदेश के किसानव्यापारी, हम्माल तुलावटी तथा 259 मंडी, 298 उपमंडी, 7 आंचलिक कार्यालय, 13 तकनीकी कार्यालय और बोर्ड मुख्यालय के समस्त अधिकारी कर्मचारी सुबह 11 बजे मंडी बोर्ड मुख्यालय से वल्लभ भवन तक कोविड-19 के मानकों कापालन करते हुए रैली के रूप में प्रदर्शन करेंगे। जिसके चलते प्रदेश की सभी फल- सब्जी मंडी, अनाज मंडी और मंडियों के सभी कार्यालय अनिश्चतकाल के लिए मांगे पूरी होने तक बंद रहेंगे।
आम जनता को मुश्किलें
इस फैसले का असर, छोटे किसानों और आम जनता पर पड़ेगा। फल मंडी और सब्जी मंडी बंद होने से लोगों के सामने सब्जी का भी संकट रहेगा।