मौसम विभाग के मुताबिक भोपाल समेत उत्तर भारत से लगे जिलों में एक बार फिर बादल छा सकते हैं। इस दौरान कहीं-कहीं बूंदाबांदी और कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी के भी आसार हैं। खासकर 11-12 मार्च को प्रदेश के कई इलाकों में यह दौर देखने को मिल सकता है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान पर सक्रिय हैं। उसके प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना है। इससे हवा का रुख दक्षिणी और दक्षिण-पश्चिमी हो गया है। गर्म हवाएं चलने के कारण मध्यप्रदेश में तापमान बढ़ने लगा है। मंगलवार से दिन और रात के तापमान में कुछ गिरावट आ सकती है।
यह है पिछले 24 घंटों का हाल
पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश का मौसम शुष्क रहा। अधिकतम तापमान, रीवा, शहडोल और सागर संभागों के जिलों में काफी बढ़े तथा शेष संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुा। वे जबलपुर, होशंगाबाद, इंदौर एवं उज्जैन संभागों के जिलों में सामान्य से अधिक तथा शेष संभागों के जिलों में सामान्य से काफी अधिक रहा। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान 39 डिग्री से. खरगौन एवं दमोह में दर्ज किया गया।
न्यूनतम तापमान रीवा, शहडोल और होशंगाबाद संभागों के जिलों में काफी बढ़े तथा शेष संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। वे सागर संभाग के जिलों में सामान्य से काफी अधिक, शहडोल, जबलपुर, होशंगाबाद और इंदौर संभागों के जिलों में सामान्य तथा शेष संभागों के जिलों में सामान्य से अधिक रहा। प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 13 डिग्री से. रीवा और मंडला में दर्ज किया गया।
चार बड़े शहरों का तापमान
शहर | अधिकतम तापमान | न्यूनतम तापमान |
भोपाल | 37.4 | 16.4 |
इंदौर | 35.5 | 18.4 |
जबलपुर | 36.2 | 16.0 |
ग्वालियर | 36.2 | 15.5 |
बढ़ सकते हैं कोरोना के मामले
पिछले साल की तरह इस साल भी कोरोना के मामले गर्मी में बढ़ सकते है। क्योंकि इन दिनों मौसम में हुए उतार-चढ़ाव के कारण सर्दी-जुकाम और खांसी के मरीज बढ़ने लगे हैं। जानकारों ने कहा है कि मौसम बदलते ही कोरोना के मामलों में भी तेजी आ सकती है। इसलिए सतर्क रहना जरूरी है।
ओपीडी में मरीज बढ़े
भोपाल समेत अन्य जिलों से खबर है कि अस्पतालों की ओपीडी में ज्यादातर इन्हीं मौसमी बीमारियों की मरीज पहुंच रहे हैं। जानकारों ने कहा है कि इस मौसम में खासकर सर्दी-खांसी और जुकाम से अपने आपको बचाएं। ठंड के जाने के बाद गर्मी में इन बीमारियों की मरीज बढ़ जाते हैं। इसके साथ ही कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनने का एक फायदा यह भी होगा कि धूल और प्रदूषण से भी लोगों को इंफेक्शन नहीं होगा।