32 से 21 पर आया पारा
दिन में हल्के बादल तो छाए थे पर इनके बीच धूप निकलते रहने से तापमान बढ़ता रहा। दोपहर 2.30 बजे तापमान 34 डिग्री तक पहुंच गया था, शाम 5.30 बजे यह कुछ गिरकर 32.6 डिग्री पर आया। इसके बाद चली तेज हवाओं और बौछारों ने तापमान तेजी से गिराया। शाम को पूरी तरह ठंडक हो गई और रात 8.30 बजे तापमान सीधे 11.4 डिग्री गिरकर 21.4 पर आ गया।
नम व शुष्क हवाओं के टकराव से गडग़ड़ाहट
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया, प्रदेश सहित शहर में बंगाल की खाड़ी व अरब सागर से नमी भरी हवाएं आ रहीं हैं। इसी बीच हिमालय से ठंडी शुष्क हवाएं भी आ रही हैं। निचले स्तर पर 1.5 किमी तक नमी भरी हवाएं और इसके ऊपर शुष्क हवाओं का बहाव बना हुआ है। इन्हीं दोनों हवाओं के टकराव से तेज गरज चमक का कारण बन रहा है। दो ओर से आ रही नमी के चलते टकराव बढ़ा है, शहर के ऊपर बड़े स्तर पर ऊपरी और निचले हवाओं के बीच टकराव हुआ है, जिसके कारण बहुत ज्यादा गरज चमक की स्थिति बनी है।
गिरा दिन और रात का तापमान
शहर में दो दिनों से छाए बादलों से रात के तापमान में बढ़त दर्ज हो रही थी। बुधवार रात कई इलाकों में बौछारें पडऩे से रात के पारे में कमी आई। 1.4 डिग्री कमी के साथ न्यूनतम तापमान 19.2 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री ज्यादा रहा। दोपहर बाद बादलों के साथ हवाएं चलने व बौछारें पडऩे से अधिकतम तापमान भी गिरा। बुधवार के अपेक्षा 0.4 डिग्री गिरकर 35.2 डिग्री दर्ज किया गया, जो समान्य स्तर से 0.8 डिग्री अधिक रहा।
तेज बारिश से शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई। बिजली कंपनी के अमले ने बिजली आपूर्ति बहाल करने में तुरंत काम पर लगा, बावजूद इसके शहर की करीब दो लाख की आबादी एक घंटे से अधिक समय तक अंधेरे में रहने को मजबूर हुई। कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति फॉल्ट से बंद हुई तो अधिकतर में खुद बिजली कंपनी ने सुरक्षा का ध्यान रखते हुए आपूर्ति बंद की थी।
शहर में दस से अधिक क्षेत्रों में पेड़ गिरे, 334 क्षेत्रों में बिजली गुल रही।