शरीर में मौजूद ये कोशिकाएं हर सेकंड में सेकड़ों की तादाद में नष्ट भी होती है और बनती भी हैं। किसी भी स्वस्थ व्यक्ति के प्रतिघन मिलीलीटर रक्त में ये 5000 से 11,000 तक होती हैं। एड्स, कैंसर और हेपेटाइटिस आदि में सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या हो सकती है। हालांकि, बेहतर आहार और दवाओं की मदद से सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या को आसानी से बढ़ाया जा सकता है। आइये जानते हैं इसके बारे में…।
व्हाइट ब्लड सेल की कमी से होने वाला खतरा
किसी व्यक्ति को व्हाइट ब्लड सेल काउंट कम होने पर ल्युकोपिनीया (leucopenia) नाम की बीमारी हो जाती हैं। इसमें शरीर में बीमारीयों से बचाव की शक्ति कम हो जाती है। इसमें किसी भी बीमारी का प्राणघाती हो जाना संभव है। ऐसा होने पर एड्स, कैंसर और हेपेटाइटिस आदि रोग होने की संभावना भी बढ़ जाती है। इसी के चलते आज हम जानेंगे इस गंभीर समस्या से निजात पाने का आसान तरीका।
-विटामिन ए, सी और ई
विटामिन ए, सी और ई से न केवल व्हाइट ब्लड सेल्स को सही तरीके से काम करने में मदद करता है बल्कि इनकी संख्या को भी बढ़ाता है। इसलिए ही इसके सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और आप बीमार होने से बचे रहते हैं। गाजर, टमाटर, मिर्च, और स्क्वैश जैतून का तेल, बादम, और संतरा आदि का सेवन करें।
-लहसुन
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, एंटीइंफ्लेमेट्री और एंटीवायरल गुण व्हाइट ब्लड सेल्स निर्माण में मदद करते हैं और हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत कर बीमारियों से लड़ने में हमारी मदद करते हैं।
-ग्रीन टी
इसमें मौजूद विटामिन सी, पॉलीफिनॉल के साथ-साथ अन्य एंटी ऑक्सीडेंट शरीर में मौजूद बैक्टीरिया को नष्ट करके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं तथा व्हाइट ब्लड सेल्स को बढ़ाते हैं।
-जिंक
जिंक की कमी से ही सफेद रक्त कोशिकाओं में कमी आती है, जबकि जिंक युक्त आहार का सेवन व्हाइट ब्लड सेल्स की संख्या बढ़ाने में मददगार है। इसलिए जितना अधिक हो सके, अपने आहार में जिंक को शामिल करें।
-दही
रोजाना दही का सेवन करने से व्हाइट ब्लड सेल की संख्या बढ़ने के साथ ही प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। यह एंटीबायोटिक की तरह काम करता और रोगों से लड़ने में मदद करता हैं।
-हरी पत्तेदार सब्जियां
विटामिन व खनिज अधिक मात्रा की वजह से आहार में सब्जियां बहुत महत्वपूर्ण होती हैं। इनसे लौह तत्व, विटामिन-ए, विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन-सी, कैल्शियम और फाइबर अच्छी मात्रा में मिलता है। इन में शक्तिशाली एंटीओक्सीडेनट्स होते हैं जो सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या बढ़ाते हैं जिससे कैंसर का कारण बनने वाले फ्री रेडिकल्स नहीं बढ़ पाते हैं।