जानकारी अनुसार मुख्यमंत्री पटनायक का काफिला बलंगीर से बरगढ़ की ओर आ रहा था। यहां पर लुईसिंघा विधानसभा क्षेत्र के सालेवाटा नामक गांव के पास पहले से मौजूद नवीन विरोधी लोगों के झुंड ने नारेबाजी की, फिर पटनायक की गाड़ी पर अंडे फेंके। उनके काफिले में शामिल अन्य लोगों की गाड़ियों पर पत्थर फेंके गए। पटनायक की सुरक्षा के लिए मौजूद पुलिस ने पत्थर फेंकने वालों को पकड़ लिया। इनमें पूर्व सांसद बालगोपाल मिश्रा भी थे। मिश्रा 1989 में बलंगीर से सांसद चुने गए थे। वह बीजेडी में अपने समर्थकों को टिकट दिलाने के प्रयास में थे। पुलिस ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि दस लोगों को गिरफ्तार करके थाने में रोका गया है। इनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है।