रुझानों को देखें तो बीजेपी को बड़ी सफलता मिली है। वर्ष 2014 में हुए चुनाव में ओडिशा में बीजेपी को कुल एक सीट मिली थी जिस पर जुएल ओरम जीते थे। लोकसभा चुनाव में ओडिशा में बीजेपी के प्रत्याशी बरगढ़ (19 हजार), भुवनेश्वर (8,800),, बलंगीर(11,800), कालाहांडी (15,000), पुरी (2953), संबलपुर (17,272) और सुंदरगढ़ (58,695) वोटों से आगे चल रही है। हारजीत का अंतर बहुत ज्यादा नहीं है।
नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी यहां 14 सीटों पर आगे चल रही हैं। बीजेडी के उम्मीदवार आस्का (64,000), बालासोर (2274), ब्रह्मपुर (35,000), भद्रक (7,000), कटक (18,000), ढेंकानाल (6,900), जगतसिंहपुर (42,000), जाजपुर (56,000), कंधमाल (31,500), केंद्रपाड़ा (31,000), केंदुझर (9,800), कोरापुट (19,000), मयूरभंज (2300), नवरंगपुर (40,000) में आगे हैं। राज्य के चुनाव अधिकारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि सुबह आठ बजे से मतों की गिनती चालू है। यहां पर 63 केंद्रों में गिनती जारी है।
ओडिशा में नवीन पटनायक बनाम नरेंद्र मोदी की जंग जबर्दस्त रही। दो दशकों से सत्ता में काबिज नवीन पटनायक की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आयी। हां लोकसभा में उनकी सीटें कम हुईं। ओडिशा फॉनी तूफान के कारण 11 जिलों में चुनाव आचार संहिता हटा दिया गया था। यहां पर बीजेपी पांव जमाने की कोशिश में हमेशा ही रही। कांग्रेस का क्षरण होता जा रहा है। 11 अप्रैल से 19 मई के बीच सात चरणो में हुए चुनाव में ओडिशा में 11 से 29 अप्रैल के बीच चार चरणों मे चुनाव खत्म हो गए थे।