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भुवनेश्वर

ओडिशा:सीबीआई की बोतल से निकला चिटफंड घोटाले का जिन्न, सीएम हैरान, नेता परेशान

बीजेडी ने सीबीआई पर बदले की भावना के तहत कार्रवाई करने का आरोप लगाया है…
 

भुवनेश्वरJan 30, 2019 / 08:01 pm

Prateek

(पत्रिका ब्यूरो,भुवनेश्वर): सीबीआई ने सीशोर चिटफंड स्कैम मामले में सत्ता दल के दो वरिष्ठ नेताओं को पूछताछ के लिए तलब किया है। चुनाव के ठीक पहले हजारों करोड़ रुपये के चिट फंड घोटाले में ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। एक-के-बाद-एक उसके नेता सीबीआइ की जांच के दायरे में आते जा रहे हैं। सीबीआइ ने अब मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी और बीजद के दो वरिष्ठ नेता और मौजूदा विधायक को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है। इस घोटाले में इसके पहले भी बीजद के कई नेता गिरफ्तार हो चुके हैं और फिलहाल जमानत पर चल रहे हैं।

 

अबकी सीबीआई ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी पूर्व मंत्री रहे वर्तमान में विधायक अतनू सव्यसाचीनायक व मंत्री अरुण साहू को नोटिस जारी किया है। सूत्रों ने बताया कि नोटिस ऐसे समय में जारी किया गया है जब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ओडिशा के दौरे पर हैं। हालांकि बीजेडी के प्रवक्ता सस्मित पात्रा का कहना है कि पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया जाना उनकी जानकारी में नहीं है। उन्होंने बीजेपी की केंद्र सरकार पर बदले की कार्रवाई का आरोप लगाया। उनका यह भी कहना है कि सीबीआई का अचानक चुनावी माहौल में सक्रिय होना बदले की कार्रवाई के संकेत देता है।

 

सीबीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अनातानु सब्यसाची नायक और अरुण साहू को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। अरुण साहू को सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। वहीं अनातानु सब्यसाची नायक को बुधवार को बुलाया गया है। अरुण साहू पूछताछ के लिए सीबीआइ के सामने हाजिर नहीं हुए। अब जांच एजेंसी उन्हें नया समन भेजने की तैयारी में है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यदि एक-दो समन के बाद भी दोनों हाजिर नहीं होते हैं तो उन्हें गिरफ्तार कर भी पूछताछ की जा सकती है।


सीबीआइ के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ओडिशा के सीशोर चिट फंड कंपनी के घोटाले के सिलसिले में इन दोनों से पूछताछ होनी है। जांच इन दोनों के खिलाफ सीशोर चिट फंड से संबंध के अहम सबूत मिले हैं। उनके अनुसार घोटाले की जांच अंतिम दौर में है और आरोपियों से पूछताछ के बाद उनके खिलाफ जल्द ही आरोपपत्र दाखिल किया जाएगा। वहीं इसी सीशोर चिट फंड घोटाले में बीजद सांसद रबिंदर जेना ने गिरफ्तार के डर से हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत ले ली है। दोनों ही नेता बातचीत के लिए उपलब्ध नहीं थे।


प्रवक्ता का कहना है कि ओडिशा के 20 लाख निवेशकों का पैसा चिटफंड में डूबा है। यह पैसा वापस लौटाया जाना चाहिए। सीबीआई जांच में विलंब कर रही है। लाखों लोगों को न्याय का इंतजार है।


पार्टी के सूत्र नाम न छापने की शर्त पर कहते हैं कि करीब 30 से 40 सांसद, विधायक और पूर्व विधायक सांसद चिटफंड घोटाले में लिप्त हैं। मयूरभंज के बीजेडी सांसद रामचंद्र हंसदा तो चार साल तक जेल में रहे। हंसदा ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पर अपमानजनक टिप्पणी को लेकर केस भी दर्ज किया है। कांग्रेस ने सीबीआई के नोटिस को लेकर कहा है कि सीबीआई को अपना काम करने दीजिए। मालूम हो कि कटक-चौद्वार के बीजेडी विधायक प्रवात रंजन बिस्वाल तो 2017 से जेल में थे। हाल ही में वह जेल से छूटे हैं। चिटफंड घोटाले में नाम आने पर फंसे बालासोर से बीजेडी सांसद रवींद्र कुमार जेना को ओडिशा हाईकोर्ट से एंटीसिपेटरी बेल मिली है।

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