नेता प्रतिपक्ष नरसिंह मिश्र ने बताया कि सदन शुरू होते ही कांग्रेस पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी को लेकर हंगामा किया। उनका कहना था कि दाम बढ़ोत्तरी के लिए जितना केंद्र सरकार जिम्मेदार है उतनी ही राज्य सरकार। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक चाहें तो वैट कम करके राज्य की जनता को थोड़ी राहत दे सकते हैं। पर वह ऐसा नहीं कर रहे हैं। कांग्रेस के विधायक सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए सीधे सदन कूप तक जा पहुंचे और वहां पर धरना दिया।
उधर भाजपा के विधायकों ने राज्य सरकार को भ्रष्टाचार के आरोपों में घेरने की कोशिश के तहत हंगामा किया। दल के नेता केवी सिंह देव ने कहा कि कोआपरेटिव घोटाला पर चर्चा कराई जाए। कांग्रेसी उन्हें कहते रहे मूल मुद्दा पेट्रोलियम पदार्थों की दाम बढ़ोत्तरी का है। इस पर भाजपा के लोगों ने कहा कि राज्य सरकार वैट घटाए। यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय है । क्रूड आयल के दाम ओपेक (आर्गनाइजेशन ऑफ पेट्रोलियम एक्सपोर्टिंग कंट्रीज) नियंत्रण करता है । भाजपा के लोग भी कांग्रेस के साथ ही सदन कूप तक जा पहुंचे । इसी बीच विधानसभा अध्यक्ष प्रदीप अमात ने कल (मंगलवार) तक के लिए सदन स्थगित कर दिया ।
इससे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने कार्यकर्ताओं के साथ विधानसभा गेट पर भारी प्रदर्शन किया। सचिवालय गेट से आवाजाही रोकने का प्रयास किया। पुलिस की सुरक्षा के बीच विस अध्यक्ष व विधायकों को बैठक के लिए ले जाया गया।