पीएम बनने के बाद मोदी का आठवां दौरा
मोदी खोरदा में जनसंवाद महासम्मेलन को संबोधित करेंगे। दोनों नेताओं के दौरे को चुनावी रणनीति की नजर से देखा जा रहा है। राज्य में सुस्त बीजेपी को मोदी के आने से गति मिल सकती है। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी का ओडिशा में यह आठवां दौरा होगा। उनके इस दौरे को विजन पूर्वोदय व ओडिशा समेत उत्तर-पूर्व राज्यों के विकास कार्यक्रम के दौर पर देखा जा रहा है। इसे बीजेपी को मजबूती देने के लिहाज भी माना जा रहा है।
यहां होगा मोदी का कार्यक्रम
बीजेपी राज्य की एक-एक संसदीय सीट पर पैनी नजर रखे है। बीजेपी ने तटीय क्षेत्रों की ओर अपना फोकस उस समय से तेज कर दिया, जब मोदी कटक में केंद्र सरकार का चार साल का हिसाब देने आए थे। उनके ठीक बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पुरी में महिला मोर्चा के सम्मेलन में आए थे। दोनों नेताओं के निशाने पर बीजेडी सरकार थी। नवीन पटनायक सरकार के खिलाफ दोनों ने भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाया था। शाह का खोरदा में भव्य स्वागत किया गया था। मोदी का यह कार्यक्रम अर्गुल में होगा। यह क्षेत्र भुवनेश्वर लोकसभा क्षेत्र में आता है। भाजपा सूत्रों की माने तो मोदी पुरी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ सकते हैं। ऐसे में भुवनेश्वर लोकसभा क्षेत्र से कौन लड़ेगा यह अभी तय होना बाकी है पर अपराजिता सारंगी का नाम बीजेपी के भीतर लिया जा रहा है।
बीजेपी के यह दिग्गज नेता भी कर सकते हैं सभाओं में शिरकत
बीजेपी ने चुनावी रणनीति के लिहाज ओडिशा को चार जोनों बांटा है। इन सभी जोनों में बीजेपी की माह जनवरी में परिवर्तन रथयात्रा निकालने की योजना है। इसी साथ बड़े नेताओं की नुक्कड़ सभाएं आयोजित की जाएंगी। इन सभाओं में राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, प्रकाश जावडेकर, रविशंकर प्रसाद को लाने का कार्यक्रम है। चुनाव से पहले परिवर्तन रथ ओडिशा के विभिन्न चार जोनों में निकाला जाएगा। निशाने पर नवीन पटनायक होंगे।
मोदी की सभा का नहीं पडेगा प्रभाव—बीजद
उधर, बीजेडी के प्रवक्ता सस्मित पात्रा का कहना है कि मोदी की सभाओं का ओडिशा में कोई इम्पैक्ट नहीं है। यहां का राजनीतिक परिदृश्य बीजेडी के पक्ष में है। इस क्षेत्र में इस्तीफा देकर राजनीति में आईं अपराजिता सारंगी जनपरामर्श यात्रा पहले से कर रही हैं।