विवाह के बदले धोखे का आरोप
जानकारी के अनुसार सरीपदा गांव का निवासी एक कंपनी में ड्राइवर की नौकरी करने वाला आरोपी कुमार हेंब्रम के पहले से मृगिलंदी गांव की युवती से संबंध थे। उसने विवाह का वादा किया पर नौकरी लगने के बाद वह चला गया। जबरन शारीरिक संबन्ध बनाने और धोखा देकर भागने की रिपोर्ट पीडि़ता ने दर्ज करा दी। आरोपी कुमार हेम्ब्रम को 25 मार्च 2019 को करंजिया टाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तब से वह जेल में है। उसके खिलाफ आठ लोगों ने गवाही दी थी। बताया जाता है कि आरोपी ने पहले विवाह का प्रस्ताव दिया था।
जज ने कराया जेल में विवाह
जेल अधीक्षक यह मामला अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश की जानकारी में नवंबर के महीने में लाए थे। जेल अधीक्षक ने कहा था कि पीडि़ता और आरोपी दोनो पक्ष इस विवाह को लेकर राजी हैं। अपर जिला जज के हस्तक्षेप के बाद दोनों का विवाह जेल में ही संपन्न हुआ। बताया जाता है कि रेप की घटना के बाद पीडिता और आरोपी में प्रेम विकसित हो गया। यह विवाह इसी का नतीजा है। बताते हैं कि अपर सेशन जज उपेंद्र जेना ने जेल मुआयने के दौरान आरोपी से बातचीत की और विवाह के लिए तैयार होने पर दोनों पक्षों के लोगों को बुलवाकर आपसी सहमति से जेल में ही विवाह करा दिया। बाद में विवाह प्रमाणपत्र कोर्ट में दाखिल करा दिया गया। आरोपी की अब अदालती आदेश से रिहाई होगी।