करीब 200 लोगों को काट चुके
इंदिरागांधी पार्क के आसपास पिछले तीन दिनों में 200 लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा है जिन्हें अस्पताल ले जाया गया और इंजेक्शन लगाए जा रहे है। कुत्तों के आतंक के कारण प्रभावित क्षेत्र में दिन में भी सन्नाटा पसरा रहता है। राउरकेला सरकारी अस्पताल के डाक्टरों का कहना है कि तीन दिन में डॉग बाइट (कुत्तों के काटने से पीडि़त) के 200 से भी अधिक केस आ चुके हैं। अस्पताल के निदेशक डा.दीनबंधु पंडा ने बताया कि रोजाना 70 से 80 डॉग बाइट के मामले अस्पताल आते हैं।
एंटी रैबीज वैक्सीन लग रही है
इसी रविवार को तो यह संख्या 141 हो गयी थी। आवारा कुत्तों के शिकार लोगों की सही गिनती मुश्किल है पर संख्या 200 से ज्यादा ही बैठेगी। ये एंटी रैबीज इंजेक्शन के लिए आ रहे हैं। उनका कहना है कि अस्पताल वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में है। अपर जिलाधिकारी ने कहाकि राउरकेला म्युनिसिपिल कारपोरेशन से उचित कदम उठाने को कहा गया है।
कुत्तों के नियंत्रण के उपाय
म्युनिसिपिल कारपोरेशन के उपायुक्त सुधांशु भुई ने कहा कि कुत्ता पकडऩे वाला डॉग स्क्वॉड सक्रिय है। उन्हें अलग बाड़े में रखने के साथ ही कुत्तों की संख्या पर भी नियंत्रण के उपाय के तहत नसबंदी की जा रही है। राउरकेला से बीजेडी शारदा नायक ने अस्पताल का दौरा किया और चिकित्सीय सुविधाओं पर डाक्टरों से बातचीत की।
कुत्तों में परिवर्तन से सावधान रहें
डा.पंडा कहते हैं कि राउरकेला में आवारा कुत्तों का भय लोगों में व्याप्त है। पहले भी कई घटनाएं हो चुकी हैं। उनका कहना है कि प्रजनन सीजन के दौरान आवारा कुत्तों की प्रकृति में परिवर्तन दिखता है। थोड़ी भी छेड़छाड़ के बाद ये हमला कर बैठते हैं। लोग भी इन्हें नाहक परेशान करते हैं। इनके हिंसक होने का मानव व्यवहार भी एक कारण है।