ओडिशा विधानसभा में 147 सदस्य होते हैं। पटकुरा विस क्षेत्र में चुनाव के कारण कुल सदस्य 146 हैं। बीजेडी के पास 112 हैं। तीनों की जीतना पक्का है। सबसे पहले बीजेडी के अमर पटानयक और सस्मित पात्रा ने नामांकन पत्र भरा। इसके बाद बीजेपी के अश्वनी वैष्ण ने नामांकन भरा। उन्हें बीजेडी का समर्थन प्राप्त है। कारपोरेट सेक्टर पर तगड़ी पकड़ रखने वाले अश्वनी वैष्णव बीजेपी के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं इसका अंदाजा तो इसी से लगता है कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने इन्हें समर्थन देने के लिए बीजेडी सुप्रीमो
नवीन पटनायक का समर्थन मांगा।
अश्वनी पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निजी सचिव भी रहे हैं। ओडिशा कैडर के आईएएस अधिकारी रहे अश्वीन वैष्णव कटक और बालासोर में जिला कलक्टर पद रहे हैं। ओडिशा शासन में भी वह रह चुके हैं। बाद में आईएएस की नौकरी छोड़कर वह कारपोरेट सेक्टर से जुड़ गये। प्रत्याशी घोषित होने के दूसरे दिन वह भुवनेश्वर में बीजेपी के विधिवत सदस्य बने। इस अवसर दिग्गज बीजेपी लीडर मौजूद थे।
राज्यसभा उपचुनाव पांच जुलाई को 9 बजे से 4 बजे तक वोट पड़ेंगे। उसी दिन पांच बजे मतगणना होगी। ये तीनों सीटें राज्यसभा सदस्य अच्युत सामंत, प्रताप केसरी देव, और सौम्यरंजन पटनायक के हालिया लोकसभा और विधानसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई थी। अच्युत कंधमाल से लोकसभा चुनाव जीते जबकि प्रताप केसरी देव औल और खंडपाड़ा विधानसभा सीट से विधायक चुने गए हैं।
अश्वनी वैष्णव ने सौम्यरंजन की रिक्त सीट से परचा दाखिल किया है। सौम्यरंजन का कार्यकाल अप्रैल 2014 को समाप्त होना था। अश्वनी का भी कार्यकाल अप्रैल 2014 को समाप्त होगा। अमर पटनायक का नामांकन अच्युत सामंत की सीट के लिए भरा गया था जबकि सस्मित पात्रा को प्रताप केसरीदेव की सीट पर नामांकन भराया गया। नामांकन के मौके पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक व कई मंत्रीगण मौजूद थे।