बहुत कम लोग जानते होंगे कि ओडिशा में ऐसा भी श्रीजगन्नाथ मंदिर है जो पूरा खाली है। न कोई प्रतिमा है और न ही कभी रथयात्रा निकाली गई। आज भी वहां सन्नाटा पसरा है। गंजाम जिले के मरदा क्षेत्र में यह मंदिर है। पूजा होने का तो कोई सवाल ही नहीं। बताते हैं कि 1733-1735 में जब कलिंग शैली के मंदिरों को मुस्लिम हमलावर निशाना बना रहे थे तब यह मंदिर पुरी के जगन्नाथ मंदिर के देवी, देवताओं की मूर्तियों को छिपाने का स्थान हुआ करता था। बाद में युद्ध विराम होने के बाद मूर्तियां वापस पुरी ले जाई गई।
यह मंदिर शरण श्रीक्षेत्र के रूप में चर्चित है क्योंकि यहां पर देवी देवताओं ने शरण ली थी। इतने वर्षों से यहां प्रभु की मूर्ति न होने के कारण और कभी भी पूजा न होने के कारण यहां पर रथयात्रा उत्सव कभी आयोजित हुआ ही नहीं। पर मूर्ति नहीं होने पर भी इस मंदिर को जगन्नाथ मंदिर के रूप में ही जाना जाता रहा है। बताते हैं कि करीब दस साल पहले यह मंदिर शोधकर्ताओं के कारण चर्चा में आया। कोई तीन सौ साल पहले बने इस मंदिर को लोग देखने यदाकदा जाते रहते हैं।