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मिली जानकारी के अनुसार उपनिरीक्षक ताती अपने गृहग्राम गंगालूर आया हुआ था। वह घर से निकलकर चेरपाल की ओर गया हुआ था। इस दौरान बाइक में उसके साथ एक अन्य व्यक्ति भी था। जैसे ही दोनों चेरपाल के पास पहुंचे उन्हें नक्सलियों ने रोक लिया और मुरली ताती को अपने साथ ले गए। एसआई के परिवार के लोगों का कहना कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। सलवा जुडुम के दौरान वह बतौर एसपीओ फोर्स में शामिल हुआ। फिलहाल वह बतौर उपनिरीक्षक जगदलपुर पुलिस लाइन में पदस्थ था। जवान के अपहरण की बीजापुर एसपी कमलोचन कश्यप ने भी पुष्टि की है।
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बता दें कि बीजापुर में तर्रेम मुठभेड़ Bijapur Naxal Encounter के बाद से नक्सलियों ने सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह मन्हास का अपहरण कर लिया था। लेकिन सरकार के लगातार प्रयासों के बाद नक्सलियों ने 7 अप्रैल को सीआरपीएफ जवान को रिहा कर दिया था।