सुकमा पुलिस ने लौटाई गुजरात के एक परिवार की खुशियां, पढ़िए भाऊक कर देने वाली सच्ची कहानी
हालांकि पुलिस जांच करने में बेबस हैं क्योकि उन्होंने विस्फोट के बाद मौके से निकाले इसके सैंपल को जांच के लिए फारेंसिक डिपार्टमेंट भेजा था, लेकिन छह माह से इसकी रिपोर्ट ही नहीं आई है। इस घटना के बाद से देऊरगांव से सटे दर्जनभर गांव के लोग दहशत में है, उनका कहना है कि इस विस्फोट की ऐसे में अब यहां के ग्रामीणों का कहना है कि यदि उनके यहां विस्फोट हो सकता है उनके यहां भी हो सकता है। हर वक्त ऐसा महसूस होता है कि कहीं उनके यहां भी वह विस्फोटक मौजूद तो नहीं है। जो अचानक फट जाएगा और इसकी जद में उनके परिवार वाले आ जाएंगे। ऐसे में पुलिस का कहना है कि उनकी सारी जांच इस रिपोर्ट में टिकी है, जैसे ही रिपोर्ट उनके पास आएगा उसके बाद जांच की दिशा तय हो पाएगी। इस बी देऊरगांव से सटे दर्जनभर गांव के लोग आज भी दहशत में हैं। इधर छह माह के बाद शासन की पहल पर अब मृतक के परिजन को मुआवजा दिया गया है।