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इलाहाबाद के बाद अब योगी सरकार से वेस्ट यूपी के इस जिले का नाम बदलने की उठी मांग, ये हो नया नाम

नाम बदलने की मांग को लेकर विपक्षी नेताआें ने की एेसी टिप्पणी

बिजनोरNov 16, 2018 / 02:09 pm

Nitin Sharma

इलाहाबाद के बाद अब योगी सरकार से वेस्ट यूपी के इस जिले का नाम बदलने की उठी मांग, ये हो नया नाम

बिजनौर।उत्तर प्रदेश के पूर्वाचल में स्थित इलाहाबाद आैर फैजाबाद का नाम बदले जाने के बाद वेस्ट यूपी के इस जिले का नाम भी बदलने जाने की मांग उठ गर्इ है।यह जिला कोर्इ आैर नहीं बल्कि यूपी का बिजनौर जिला है।इसके नाम को बदलने को लेकर मांग शुरू हो चुकी है।जिले का नाम बदलवाने के लिए आम जन के साथ भाजपा कार्यकर्ता सक्रिय हो गए हैं।अब जिले के नेता सीएम योगी के सामने बिजनौर का नाम बदलने का प्रस्ताव पेश करेंगे।

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बिजनौर की जगह ये नाम रखने की उठ रही मांग

जानकारी के अनुसार यूपी के पश्चिम में स्थित बिजनौर जिला पहले विजय नगर के नाम से जाना जाता था। अब इलाहाबाद का नाम प्रयागराज आैर फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या किये जाने पर बिजनौर के लोग भी जिले के नाम बदलने की मांग करने लगे है। वहीं जिलास्तर के भाजपा नेता समेत कुछ अन्य लोग बिजनौर जिले का नया नाम बदलकर महात्मा विदुर नगर हो कराने की मांग कर रहे है। उन्होंने इसकी वजह भी बतार्इ है।

इसलिए किया जाये जिले का नाम महात्मा विदुर

वहीं बिजनौर जिले के कुछ लोग जिले के नाम महात्मा विदुर रखने की मांग कर रहे हैं।इसकी वजह महात्मा विदुर का इससे बड़ा नाता होना है।बिजनौर से 11 किलोमीटर दूर दारागनर गंज में महात्मा विदुर की कुटी है।इस कुटी पर ही महाभारत काल के दौरान भगवान कृष्ण ने दुर्योधन के 56 भोग को त्याग कर विदुर की कुटी पर आकर बथुए का साग खाया था।इसलिए बिजनौर को महात्मा विदुर की धरती के नाम से जाना जाता है।महात्मा विदुर की कुटी से आगे गंगा बहती है।गंगा पार हस्तिनापुर है जो महाभारत काल मे कौरवों की राजधानी रही है, विदुर कुटी से हस्तिनापुर सामने है,गंगा पार कर सीधे पहुचा जा सकता है, गंगा पार हस्तिनापुर साफ नजर आता है।

हाईकमान के सामने रखेंगे नाम

वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव सिसौदिया ने बताया कि बिजनौर का नाम बदलकर महात्मा विदुर नगर रखने का प्रस्ताव वह भाजपा हाईकमान के सामने रखेंगे। भाजपा जिलाध्यक्ष के बयान के बाद जिले का नाम बदलने को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। वहीं कुछ विपक्षी नेता इसका विरोध भी कर रहे है। इसकी वजह नाम बदलने की मांग को वह भाजपा का राजनीतिक स्टंट मान रहे है।

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