बाढ़ की आशंका के चलते जहां प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है, तो वहीं ग्रामीण बाढ़ को लेकर भयभीत नजर आ रहे हैं। नदियों में आ रहे पानी ने सिंचाई विभाग के काम की भी पोल खोल कर रख दी है। विभाग द्वारा बाढ़ के पानी की रोकथाम के लिये बनाए गए स्टड भी बहने लगे हैं।
दरअसल, बिजनौर के बालावाली क्षेत्र में गंगा उफान पर है जिसके चलते गांव इंछावाला, हिम्मतपुर बेला और राम सहायवाला में गंगा के उफान को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश से बिजनौर के मंडावली कोटा वाली नदी का भी जलस्तर बढ़ गया है। जलस्तर बढ़ने से बिजनौर का उत्तराखंड के हरिद्वार से संपर्क कट गया है। यात्रियों को आने जाने में काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है।
यह भी देखें : चमचमाती सोसायटियों के महंगे फ्लैट भी बने जानलेवा, मानसून ने खोली घटिया कंस्ट्रक्शन की पोल जनपद के नदियों में बढ़ रहे जलस्तर को लेकर बिजनौर के एडीएम एफआर अवधेश कुमार मिश्रा ने बताया कि प्रशासन बाढ़ से निपटने के लिये तैयार है। बिजनौर के गंगा खादर क्षेत्र के 2 से 3 गांव जलस्तर बढ़ने से मिट्टी का कटान हो रहा है। जिला प्रशासन द्वारा स्टड लगाकर इस कटान को रोकने की कोशिश की जा रही है।