आरोप है कि इसके बावजूद भी आज तक बिजनौर के कई गांव में बाढ़ का पानी तबाही मचाता रहा है। जिससे गंगा खादर के किनारे बसे कई गांव बाढ़ की चपेट में आते रहते हैं। साथ ही पिछले साल दैबलगढ़ गांव में बाढ़ के पानी में डूबने से 10 लोगों की मौत हो गई थी। जिन्हें आज तक मुआवज़ा तक नहीं मिला।इसको लेकर भी एक ज्ञापन एडीएम को सौंपा गया है।
बरसात से पहले इन गांवों को बचाने के लिए हिंदू युवा वाहिनी ने गांव दैबलगढ़ के ग्रामीणों के साथ कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंचकर गांव को बाढ़ के पानी से बचाने के लिए एक ज्ञापन एडीएम फाइनेंस को सौंपा। हिंदू युवा वाहिनी के जिला अध्यक्ष एनपी सिंह का कहना है कि बिजनौर से सटे गंगा खादर क्षेत्र के कई गांव बरसात में बाढ़ के पानी से डूब जाते हैं। जिससे किसानों की फसल भी इस पानी में बर्बाद हो जाती है और किसानों को अपना घर छोड़कर दूसरी जगह पलायन करना पड़ता है। बाढ़ के पानी को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा स्टड लगाने के लिए ग्रामीण और हिंदू युवा वाहिनी के सभी कार्यकर्ता जिला प्रशासन अधिकारी से मिले और एक ज्ञापन प्रशासन को सौंपा है।