ऐसे लोग अब अपने गांवों की तरफ लौट रहे हैं। इसके लिए वह जगलों से होकर गुजर रही रेल पटरियों के किनारे किनारे अपने घरों को लौटने को मजबूर हैं। हालांकि सरकार व प्रशासन द्वारा इनके लिए तरह-तरह के इंतजाम भी किए गए हैं। दरअसल, लॉकडाउन के चलते कारखाने व अन्य फैक्ट्रियां बंद होने के बाद उनमें काम करने वाले मजदूरों के सामने खाने-पीने तक की समस्या उत्पन हो गई है।
जिसके चलते वह अपने गांव लौटने को मजबूर हो गए हैं। ऐसा ही नजारा बिजनौर में देखने को मिला। जहां जनपद से सटे उत्तराखंड के ऋषिकेश में काम करने वाले मजदूर मजदूरी ना मिलने के कारण अपने घर मुरादाबाद, बरेली की तरफ रेलवे ट्रैक के किनारे पैदल चलकर अपने घरों तक पहुंचने की कवायद में जुट गए हैं।