कैमरे कब तक शुरू होंगे, इस बारे में भी किसी को कोई जानकारी नहीं है। वहीं अधिकारियों का दावा हैं कि कैमरे को चालू करवाने के लिए संबंधित कंपनी समेत उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार प्रदेश की सभी रोडवेज बसों में साल भर गुडग़ांव की कंपनी रोज मारटा ने यात्रियों की सुरक्षा व कर्मचारियों पर नजर रखने के उद्देश्य से सीसीटीवी कैमरे व जीपीएस सिस्टम लगाए थे।
बीकानेर डिपो की 86 बसों में यह उपकरण लगाए गए। बसों में लगाए गए इन उपकरणों का साल भी नहीं हुआ है कि आए दिन इनमें खराबी आ रही है। नतीजतन 46 बसों में कैमरे व सात बसों में जीपीएस बंद पड़े हैं।
कर्मचारियों पर नजर व यात्रियों की सुरक्षा था उद्देश्य बसों में लगाए गए कैमरे व जीपीएस का उद्देश्य था कि कर्मचारियों पर नजर रखी जा सके। वह बेटिकट यात्रियों को न ले जा पाए। तय स्टॉपेज व रूट से सवारियों का उठाव करें। बस को स्टैंड के अंदर से गुजारे। जल्दबाजी में बाहर से न लेकर जाए। कैमरों से यात्रियों की सुरक्षा में भी मदद मिलती थी।
यह है स्थिति बीकानेर डिपो में रोडवेज की 86 व अनुबंधित 33 बसें है। इसमें 46 बसों में कैमरे काम नहीं कर रहे हैं। वहीं 79 बसों में जीपीएस चालू हैं, जबकि सात बसों में जीपीएस बंद है। जीपीएस से बसों को चैक करने में मदद मिलती है।
मुख्यालय को कराया अवगत बसों में बंद पड़े सीसीटीवी कैमरे व जीपीएस को दुरुस्त करवाने के लिए कंपनी समेत रोडवेज के उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया दिया है। खरखाव व मरम्मत का अनुबंध कंपनी के साथ हुआ है। कंपनी के अधिकारी ही आकर उपकरणों को ठीक करेंगे।
रवि सोनी, मुख्य प्रबन्धक, रोडवेज, बीकानेर।