शहरी क्षेत्रों में अधिक, ग्रामीण क्षेत्रों में कम
ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा शहरी क्षेत्रों में कोरोना अधिक जानलेवा साबित हो रहा है। जिले में अप्रेल में जिन 89 लोगों की मौत कोरोना के कारण हुई, उनमें शहरी क्षेत्रों में 71 और ग्रामीण क्षेत्रों में 17 लोगों ने कोरोना के कारण दम तोड़ा। कोरोना के कारण सर्वाधिक लोगों की मृत्यु बीकानेर शहरी क्षेत्र में हुई है। यहां 55 लोगों ने कोरोना के कारण दम तोड़ा। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में बीकानेर ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे अधिक 10 मौत कोरोना के कारण हुई। शहरी क्षेत्रों में नोखा में 11, श्रीडूंगरगढ़ में 3 और लूणकरनसर में दो लोगों ने कोरोना के कारण दम तोड़ा। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में नोखा में 3, श्रीडूंगरगढ़ में 2 तथा कोलायत व खाजूवाला में एक-एक व्यक्ति की मौत कोरोना के कारण हो चुकी है।
आयु अनुसार मृतकों की स्थिति
अप्रेल में जिन 89 लोगों की मृत्यु कोरोना के कारण हुई, उनमें आयु अनुसार 45 से 59 साल तक के २९ लोग शामिल रहे। जबकि 30 से 45 वर्ष तक के आयु के 12 लोगों की मृत्यु कोरोना के कारण हुई। आंकड़ो के अनुसार राहत की स्थिति यह रही कि अप्रेल में 29 वर्ष से कम आयु के किसी भी व्यक्ति की मृत्यु कोरोना के कारण नहीं हुई।
पुरूष अधिक, महिलाएं कम
कोरोना के कारण मरने वाले मृतकों में पुरुषों की संख्या अधिक है, जबकि महिलाओं की संख्या कम है। आंकड़ों के अनुसार अप्रेल में जिन 89 कोरोना संक्रमितों की मृत्यु हुई, उनमें 59 पुरुष और 30 महिलाएं शामिल है।