राजस्थान के कृषि मंत्री प्रभू लाल सैनी, धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत, भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गजेन्द्र सिंह होंगे। अध्यक्षता कुलपति प्रो. बी.आर. छींपा करेंगे। मेले के उद्घाटन समारोह में पांच हजार काश्तकारों के बैठने की व्यवस्था की गई है।
मेले की तैयारी के लिए गुरुवार को कुलपति प्रो. बी. आर. छींपा की अध्यक्षता में डीन-डायरेक्टर की बैठक में अंतिम रुपरेखा पर विचार किया गया। वि.वि. स्टेडियम में स्टाल्स का आवंटन कर दिया गया है। कुल सचिव प्रो. आई.जे. गुलाटी ने बताया कि मेला टिकाऊ खेती और
जल बचत प्रौद्योगिकी पर आधारित रखा गया है। केन्द्रीय कृषि मंत्रालय एवं वि.वि. के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस मेले में कृषि एवं पशु पालन के क्षेत्र में हुए नवाचारों से काश्तकारों को अवगत करवाया जाएगा। इसके लिए कृषि प्रदर्शनियां एवं गोष्ठियां होगी।
मेले में फसलों, उद्यानिकी और पशु पालन में हुए नवाचारों का प्रदर्शनियों के लिए कृषि संस्थाओं और कंपनियों को बुलाया गया है। मेले में राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रेदश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गोवा, दादर व नगर हवेली, दमन और दीव काश्तकारों, कृषि वैज्ञानिकों और कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों को आमंत्रित किया है।
कृषि नवाचारों में उन्नत कृषि यंत्रों, खाद व बीजों की कृषि प्रदर्शनियां व प्रायोगिक प्रदर्शनी, मशरुम, मधुमक्खी पालन, बूंद-बूंद सिंचाई पद्धति की तकनीकों से काश्तकारों को अवगत करवाया जाएगा। मौके पर ही मिट्टी पानी के नमूनों की जांच की व्यवस्था की गई है। कृषि विशेषज्ञ किसानों को सेम, लवणीय व क्षारीय भूमि की समस्या निदान की तकनीकों की जानकारी दी जाएगी।