पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने बताया कि जिले में जियो के मोबाइल टावरों से आए दिन बैट्रियां चोरी होने की खबरें रही थीं। अप्रेल से जुलाई माह तक छह वारदातें हुईं। इसमें भी जुलाई माह में चार वारदातें हो गईं। इस पर जामसर एसएचओ इन्द्रकुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
यह वारदातें कबूलीं
एसएचओ इन्द्रकुमार ने बताया कि आरोपियों ने 24 अप्रेल को जगदेववाला के पास जियो कंपनी के टावर, तीन जुलाई की रात को बामनवाली, धीरेरा, महाजन खजूरों के बाग के पास, करीब डेढ़ साल पहले धीरेरा मेन रोड एवं दौसा के कैथुन रोड पर लगे टावरों से भारी मात्रा में बैट्रियां चोरी करने की वारदातें स्वीकार की हैं। आरोपी बैट्रियों को औने-पौने दाम में बेच कर मिलने वाले रुपए से एशो-आराम करते थे। यह लोग चोरी की बैट्रियां कहां खपाते थे, रिमांड में पूछताछ के दौरान यह जानकारी हासिल की जाएगी। आरोपियों से बरामद गाड़ी जयपुर के भुरानपुरा के थालाड़ों की ढाणी निवासी दिनेश की है। गौरतलब है कि 14 जुलाई को केईके इंजीनियर सर्विस लिमिटेड के सवाईसिंह ने मोबाइल टावरों से बैट्रियां चोरी होने का मामला दर्ज कराया था।
यह थी टीम
पुलिस टीम में सीआइ के अलावा हेडकांस्टेबल आनंदसिंह, जोधाराम, विनोद कुमार, अजय कुमार, शीशपाल, कृष्ण कुमार आदि शामिल थे।