इसमें बीएड की फीस २६,८८० रुपए तथा एमएड की फीस २२,३२० रुपए निर्धारित की गई है। बीएड, स्नातक शिक्षा पाठ्यक्रम है जबकि एमएड स्नातकोत्तर शिक्षा पाठ्यक्रम है। इसके बाद भी स्नातक पाठ्यक्रम की फीस स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम से ४५६० रुपए अधिक है।
इसके अलावा बीएड शिक्षाशास्त्री व बीपीएड का शुल्क एमएड से अधिक है। शिक्षाविद् डॉ. राजेन्द्र श्रीमाली ने बताया कि दोनों ही पाठ्यक्रम की अवधि एक समान है। पीजी पाठ्यक्रम की डिग्री यूजी पाठ्यक्रम से बड़ी होने के बाद यूजी पाठ्यक्रम की फीस अधिक है।
12 हजार नवसाक्षरों ने दी परीक्षा बीकानेर. जिला लोक शिक्षा समिति, बीकानेर के तत्वावधान में राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, नोएडा की ओर से साक्षर भारत कार्यक्रम के तहत वर्ष 2018 की प्रथम बुनियादी साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा रविवार को ली गई। इसमें बीकानेर जिले के करीब 11,911 नवसाक्षरों ने परीक्षा दी।
जिला साक्षरता एवं सतत शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार सोलंकी ने बताया कि इस परीक्षा में बीकानेर जिले में 20,000 नवसाक्षरों को शामिल करने का लक्ष्य दिया गया था।
इसके लिए जिले की छह पंचायत समितियों में 204 परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे। इनमें 5960 महिला और 5951 पुरुष नवसाक्षरों ने परीक्षा दी। बीकानेर के केन्द्रीय कारागृह के 89 असाक्षर कैदियों ने भी यह परीक्षा दी। इनमें 12 महिला एवं 77 पुरुष कैदी शामिल थे। सहायक परियोजना अधिकारी राजेन्द्र जोशी ने ग्राम पंचायत उदासर एवं नाल तथा कोलायत पंचायत समिति के ग्राम पंचायत खारी चारनान सहित कई परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान जिला सोलंकी एवं जोशी नवसाक्षरों से रूबरू हुए।