सीएमएचओ डॉ. बीएल मीणा ने बताया कि ‘बेटी पंचायतÓ जिले की सभी ग्राम पंचायतों पर अटल सेवा केन्द्रों, ग्राम पंचायत भवन अथवा गांव के प्रमुख स्थानों पर होगी। हर चरण में करीब ७० ग्राम पंचायतों पर यह कार्यक्रम होगा। ग्राम पंचायतों में सुबह ११ बजे से शाम ५ बजे के बीच दो घंटे का कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम में पुरुष और महिलाएं शामिल होंगे। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर कार्यक्रम की जानकारी देंगी और आमजन को इसमें शामिल होने का निमंत्रण देंगी।
करेंगे जागरूक
‘डॉटर्स आर प्रिशियसÓ संवाद कार्यक्रम में प्रशिक्षित डेप रक्षक संवाद, पीपीटी व वीडियो क्लिप्स का उपयोग कर आमजन को बेटियों को लेकर जागरूक करेंगे। सीएमएचओ के अनुसार कार्यक्रम के दौरान बेटियों के पक्ष में सकारात्मक माहौल बनाया जाएगा। साथ ही पीसीपीएनडीटी एक्ट व मुखबिर योजना की जानकारी देकर कन्या भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध में शामिल लोगों की धरपकड़ के लिए लोगों को तैयार किया जाएगा।
गिद्ध विलुप्त हुए तो फैलेंगी बीमारियां, संरक्षण जरूरी बीकानेर. अन्तरराष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस शनिवार को मनाया गया। इस अवसर पर वन विभाग की ओर से जोड़बीड क्षेत्र के कोटड़ी गांव के राजकीय स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें वक्ताओं ने गिद्धों के संरक्षण की आवश्कता जताई। इस मौके पर चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
पर्यावरण के लिए गिद्धों का महत्व बताते हुए डूंगर कॉलेज सह आचार्य डॉ. प्रताप सिंह ने बताया कि गिद्धों के विलुप्त होने से कई प्रकार की बीमारियां फैलने लगेंगी। उप वन संरक्षक (वन्यजीव) जयदीप सिंह राठौड़ ने जोड़बीड क्षेत्र के अन्तरराष्ट्रीय महत्व के बारे में बताया। उन्होंने इस क्षेत्र को ईको टूरिस्ट सेन्टर के रूप में विकसित करने के लिए सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। वन्यजीव विशेषज्ञ डॉ. जीतू सोलंकी, क्षेत्रीय वन अधिकारी सुरेश माथुर, वनपाल सीताराम, वनरक्षक कपिल व धनपत ने विचार रखे।