बीकानेर में सक्रिय नामी सटोरियों के तार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जुड़े हुए हैं। पुलिस ने दो साल पहले ही नोखा के कुख्यात क्रिकेट बुकी झंवर बंधुओं को पकड़ा तब इसका खुलासा हुआ था। अब भी कई बड़े नामी बुकीज शहर में काम कर रहे हैं। पुलिस सबकुछ जानते हुए भी अनजान बन रही है। क्रिकेट सट्टा करने वालों की दबिश के लिए पुलिस अधीक्षक गोदारा ने एक विशेष टीम का गठन कर रखा है लेकिन इस टीम ने भी कोई कमाल नहीं दिखाया है।
क्रिकेट के बड़े सटोरियों ने इंटरनेट और फोन लाइनें ले रखी है। जिनके माध्यम से छोटे सटोरियों को जोड़ रखा है। सूत्रों के अनुसार बड़े सटोरियों को क्रिकेट मैदान में बैठा उनका आदमी हर गेंद की रिपोर्ट देता है। टीवी पर दिखने वाले मैच में और सटोरियों के मैदान में बैठे आदमी की टाइमिंग में अंतर होता है, जो किसी को पता नहीं चलता। इतना ही नहीं सटोरियों ने भी पुलिस से बचाव के लिए अपना पूरा बंदोबस्त कर रखा है।
शहर में आईपीएल जब से शुरू हुए है तब से सटोरियों की व्यस्तता बढ़ गई है। उनके हाइटेक ठिकानों से कारोबार चल रहा है। आईपीएल के अब तक हुए 12 मैचों में भारी उलटफेर के चलते बुकियों को फायदा पहुंचा वहीं दाव लगाने वाले ‘फंटर’ नुकसान में रहे है।
क्रिकेट सटोरियों की धरपकड़ के लिए विशेष टीमें गठित की हुई है। मुखबिरों को सतर्क कर रखा है। सब्र कीजिए, कार्रवाई होगी। शहर में क्रिकेट सट्टा चल रहा है और कार्रवाई नहीं हो रही। इससे पता चलता है कि संबंधित थाना पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। मुखबीरों को थाना क्षेत्र में निगरानी के लिए अलर्ट किया हुआ है। क्रिकेट सट्टे में पुलिस अधिकारी-जवान की मिलीभगत पर बख्शा नहीं जाएगा।
सवाईसिंह गोदारा, पुलिस अधीक्षक बीकानेर।