सीओ ढाका के मुताबिक मृतका राधादेवी का पति राजूराम किसी गोशाला की गाड़ी चलाता है। वह 11 जुलाई से बीकानेर गया हुआ था। उसकी सास हंसेरा गांव में अपनी पेंशन लेने गई थी। सास घर लौटी तो उसे कोई नहीं मिला। घर का दरवाजा खुला था। इस पर उसने पड़ोसियों के घर में देखा लेकिन नहीं मिले। बाद में वह कुंड के पास पहुंची तो उसका ढक्कन खुला हुआ और चूनरी पास पड़ी थी। उसने देखा तो डेढ़ वर्षीय सुमित का शव कुंड में तैर रहा था। अपने पोते का शव देख कर वह घबरा गई और शोर मचाया। शोर सुनकर ग्रामीणों की भीड़ लग गई।
सीओ ढाका ने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में पता चला है कि महिला ने आत्महत्या ही की है। रोजाना की तरह सोमवार को उसकी दोनों बेटियां स्कूल गई हुई थी। राधादेवी स्कूल की छुट्टी होने से पहले ही दोनों बेटियों को घर ले आई। बाद में बच्चों का खाना खिलाकर वह दो बेटियों और बेटे के साथ घर के सामने बने पानी के कुंड में कूद गई।
मां के बच्चों के साथ कुंड में कूदने की १६ दिन में यह दूसरी घटना है। इससे पहले २९ जून को बज्जू पुलिस थाना के रणजीतपुरा गांव में मूर्तिदेवी अपनी बेटी पूजा (९), बेटा रोहिताश (६) और छह माह की बेटी के साथ खेत में बनी पानी की डिग्गी में कूद गई थी, जिससे चारों की मौत हो गई थी।