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बीकानेर

सर्वे हो तो बढ़े कमाई, हर साल हो रहा करोड़ों का नुकसान

नगरीय विकास कर- नगर निगम पन्द्रह साल पुराने सर्वे के आधार पर वसूल रहा यूडी टैक्स
वार्ड बढ़े, नहीं बढ़ा वार्ड बाउण्ड्री का सीमांकनसैकड़ों संपत्तियां यू डी टैक्स के दायरे से बाहर

बीकानेरNov 24, 2022 / 01:13 pm

Vimal

सर्वे हो तो बढ़े कमाई, हर साल हो रहा करोड़ों का नुकसान

सर्वे हो तो बढ़े कमाई, हर साल हो रहा करोड़ों का नुकसान

नगर निगम करीब पन्द्रह साल पहले हुए सर्वे के आधार पर अब भी नगरीय विकास कर की वसूली कर रहा है। इससे निगम को हर साल करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। नगरीय विकास कर के पुन: पूर्ण सर्वे को लेकर न महापौर और ना ही आयुक्त गंभीर नजर आ रहे है। कमजोर आर्थिक िस्थति के बावजूद निगम प्रशासन यू डी टैक्स में बढ़ोतरी को लेकर न बकाया वसूली के गंभीर प्रयास कर रहा है और ना ही नए सर्वे की योजना को धरातल पर ला रहा है। जबकि दूसरी ओर यू डी टैक्स के दायरे में आने वाली संपत्तियों के मालिक निगम प्रशासन की उदासीनता से प्रसन्न नजर आ रहे है।

सैकड़ों संपत्तियां टैक्स दायरे से बाहर

नगर निगम क्षेत्र के 80 वार्डों में सैकड़ों ऐसी संपत्तियां है जो नगरीय विकास कर के दायरे में आ सकती है, लेकिन पुन: पूर्ण सर्वे नहीं होने से ऐसी संपत्तियां सूचीबद्ध नहीं हो रही है। इससे निगम को हर साल राजस्व नुकसान हो रहा है। शहर में वर्ष 2007 में 45 वार्ड थे फिर बढ़कर 60 हो गए। वर्तमान में 80 वार्ड है। वार्ड बढ़ने के बावजूद यू डी टैक्स संग्रहण को लेकर वार्ड बाउण्ड्री का नया सीमांकन नहीं होने से अब भी सैकड़ो संपत्तियां वार्ड बाउण्ड्री से बाहर है, जिनकी ओर निगम का ध्यान नहीं जा रहा है।

13381 कुल संपत्तियां

शहर में नगरीय विकास कर के दायरे में वर्तमान में 13381 संपत्तियां है। निगम जानकारी अनुसार इनमें 10550 आवासीय, 1810 व्यावसायिक, 230 औद्योगिक, 370 संस्थागत और मिक्स संपत्तियां 921 बताई जा रही है।

वर्ष 2005 में हुआ था सर्वे

शहर में गृहकर वसूली के लिए वर्ष 2005 में सर्वे हुआ था। यह सर्वे करीब 18 महीने चला। इस दौरान शहर में कुल 1 लाख 47 हजार 500 संपत्तियां सूचीबद्ध की गई। गृहकर के दायरे में आने वाली संपत्तियों से गृहकर वसूलना प्रारंभ किया गया। सरकार ने 31 मार्च 2007 को गृहकर समाप्त कर नगरीय विकास कर प्रारंभ कर दिया। उस दौरान 12300 संपत्तियां यू डी टैक्स के दायरे में आई। वर्तमान में निगम में यूडी टैक्स वसूली के लिए 13381 संपत्तियां सूचीबद्ध है।

ये संपत्तियां आएगी यू डी टैक्स के दायरे में

नगरीय विकास कर वसूली आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियां की जमीन के क्षेत्रफल के अनुसार होती है। निगम की यू डी टैक्स शाखा की जानकारी अनुसार 2700 वर्गफीट या इससे बड़ी जमीन या निर्माण की संपत्ति यू डी टैक्स के दायरे में आती है। वहीं 900 वर्गफीट से ज्यादा की व्यावसायिक जमीन व निर्माण इस दायरे में आते है।

117 करोड़ की राशि बकाया

नगर निगम बकाया नगरीय विकास कर की वसूली में भी फिसड्डी साबित हो रहा है। बताया जा रहा है कि करीब 117 करोड़ रुपए यू डी टैक्स की राशि बकाया है, जो निगम को संपत्तियों के मालिकों से वसूलनी है। इस राशि को वसूलने के लिए गंभीर प्रयास नजर नहीं आ रहे है।

30 हजार संपत्तियों का अनुमान

नगर निगम क्षेत्र में अगर यू डी टैक्स को लेकर पुन: पूर्ण सर्वे हो तो इस टैक्स के दायरे में करीब 30 हजार संपत्तियां शामिल हो सकती है। जानकारों का कहना है कि इतनी संपत्तियों से निगम को हर साल करीब 18 से 20 करोड़ रुपए का राजस्व मिल सकता है। नया सर्वे लगभग 1.75 लाख संपत्तियों के होने का अनुमान है।

10 करोड़ का लक्ष्य, 8 माह में वसूले महज 1 करोड 12 लाख

वित्तीय वर्ष 2022-23 में निगम को नगरीय विकास कर के रुप में 10 करोड़ रुपए का राजस्व वसूलना है। वित्तीय वर्ष के पहले आठ महीनों में निगम महज 1 करोड़ 12 लाख रुपए ही वसूल पाय है। वित्तीय वर्ष के शेष चार महीनों में करीब नौ करोड़ वसूल पाएगा, असंभव लग रहा है।

 

.13381 संपत्तियां है यू डी टैक्स के दायरे में

1.12 करोड़ रूपए अब तक राजस्व वसूली

10 करोड़ का लक्ष्य है चालू वित्तीय वर्ष का

15 साल पहले हुआ था सर्वे

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