इस दौरान कई मोहल्लों में होली के थम्भ रोपित किए जाएंगे। साथ ही अलग-अलग मोहल्लों में रम्मतों का मंचन होगा। सबसे पहले फक्कड़दाता रम्मत का मंचन होगा। यह रम्मत नत्थूसर गेट के अंदर मंचित होगी। इसके बाद भक्तपूर्णमल, अमरसिंह राठौड़, हडाऊ मेहरी, स्वांग मेहरी सरीखे रम्मतों का मंचन होगा।
हर्ष-व्यास जाति का डोलची मार पानी का खेल सहित कई कार्यक्रम होली की मस्ती के होंगे। पंडित राजेन्द किराड़ू के अनुसार होलिका दहन 9 मार्च को होगा। इसी दिन माला घोलाई की रस्म निभाई जाएगी। इस बार दोपहर 1.10 बजे से माला घोलाई का श्रेष्ठ समय रहेगा।
प्रदोषकाल में होली का दहन
इस बार होली का दहन का समय प्रदोषकाल में शाम 6.40 से रात 9:05 बजे तक श्रेष्ठ रहेगा। अगले दिन 10 मार्च को धुलंडी पर रंगों से शहर सराबोर रहेगा। पंडि़त किराड़ू के अनुसार 14 मार्च से 13 अप्रैल तक मीन संक्रान्ति के कारण फिर से शुभ कार्य वर्जित रहेंगे।
होली के त्योहार को देखते हुए बाजार सज गए है। बड़ा बाजार, कोटगेट, केईएम रोड, स्टेशन रोड, जस्सूसर गेट, व्यास कॉलोनी आदि क्षेत्रों में रंग, गुलाल, पिचकारी, होली की मुखौटों की स्थायी, अस्थायी दुकानें सज गई है। होली की मसखरी के लिए लोग कई तरह के मुखोटे पहनते है। साथ ही इस बार अलग-अलग रंग, डिजाइनों की पिचकारियां भी बाजारों में बच्चों को लुभा रही है।