उन्होंने बताया कि कोटगेट रेल फाटकों के पास दोनों ओर आबादी क्षेत्र और बाजार होने के कारण यहां भविष्य में डबल लाईन का निर्माण व विद्युतीकरण करते हुए आधुनिकीकरण भी सम्भव नहीं है। इस दौरान डॉ.कल्ला ने बीकानेर बाईपास रेल लाइन का नक्शा भी अधिकारियों को सुपर्द किया। साथ ही रतलाम-डूंगरपुर रेल लाईन परियोजना, मेड़ता एवं पुष्कर के बीच ट्रेन चलाने, टोंक को रेलवे लाईन से जोडऩे के सम्बंध में भी चर्चा की। बैठक में उत्तर पश्चिमी रेलवे के मुख्य परिचालन प्रबंधक रविन्द्र गोयल, सीएल मीना भी मौजूद रहे।