प्रो. त्रिवेदी ने बताया कि १६ जून को विश्वविद्यालय खुल जाएगा। पहले अंतिम वर्ष की सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखकर परीक्षाएं ली जाएगी। जिससे यह विद्यार्थी अन्य जगह या कही पर प्रवेश ले सकेंगे। इसके अलावा स्नातक प्रथम व द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को प्रमोट किया जाएगा। जिससे ये छात्र एकबारगी तो अपनी अगली कक्षा की पढ़ाई शुरू कर दें। अगस्त माह में फस्र्ट व सैकेंड ईयर के छात्रों की परीक्षा होगी।
इसके बाद जल्दी ही परिणाम भी जारी कर दिया जाएगा। परीक्षा के दौरान छात्रों के एडमिट कार्ड पर साथ में लाने वाली जरूरी चीजों का भी उल्लेख किया जाएगा। परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को मास्क, सेनेटाइजर आदि साथ में लेकर आना होगा। अगर कोई विद्यार्थी परीक्षा से पहले बीमार है तो उसकी परीक्षा साथ में नहीं ली जाएगी। उस विद्यार्थी की परीक्षा बाद में अलग से ली जाएगी।
दूसरे कॉलेजों व स्कूलों को भी बनाएंगे सेंटर विवि परीक्षा के लिए १५२ सेंटरों के अलावा ओर अन्य कॉलेजों को भी सेंटर बनाया जा सकता है। हालांकि बीकानेर में संभाग के बड़े कॉलेज होने के बावजूद भी यहां भी आधी संख्या में ही छात्रों को बैठाया जाएगा। प्रो. त्रिवेदी ने बताया कि परीक्षा दो पारी में होगी। पहली पारी सुबह व दूसरी पारी शाम को लगेगी। जिससे छात्रों की ज्यादा भीड़ भी न हो और सोशल डिस्टेंस की पालना भी हो सकें। त्रिवेदी ने बताया कि अगर जरुरत पड़ी तो स्कूलों को भी सेंटर के रूप में शामिल किया जाएगा।
नया सत्र देरी से शुरू होगा, शीतकालीन अवकाश नहीं
कोरोना संक्रमण के कारण परीक्षाएं इस बार जुलाई में होगी। एेसे में नया सत्र सितंबर या अक्टूबर में शुरू होने की संभावना है। इसके अलावा विवि व कॉलेजों में सत्र देरी से शुरू होने से शीतकालीन अवकाश भी नहीं होंगे। प्रो. त्रिवेदी ने बताया कि सत्र देरी से शुरू होने से कोर्स पूरा समय पर नहीं हो पाएगा, इसलिए शीतकालीन अवकाश व अन्य अवकाश को रद्द किया जा सकता है।
इनका कहना है सरकार परिस्थिति को देखते हुए आंकलन कर रही है और स्वास्थ्य गाइडलाइन को देखकर परीक्षा की कार्ययोजना तैयार की जा रही है। अभी टाइमटेबल बनाने का काम चल रहा है। अगर स्थिति खराब रही तो उस हिसाब से काम करेंगे।
– डॉ. बिट्ठल बिस्सा, उपकुलसचिव, एमजीएसयू बीकानेर