शिक्षा विभाग के आदेश से शिक्षकों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। उन्होंने कहा कि एक तरफ शिक्षकों के मोबाइल के उपयोग पर पाबंदी लगा रखी है, दूसरी तरफ मिड-डे मील की सूचना एसएमएस से भेजने के आदेश हैं। यहीं नहीं, कुछ उपखंड अधिकारी सेल्फी से उपस्थिति भेजने के आदेश दे रहे हैं। साथ ही शिक्षा विभाग के जो कार्मिक बीएलओ हैं, उन्हें मोबाइल फोन चालू रखने के निर्देश निर्वाचान विभाग ने दिए हैं। शिक्षक अब समझ नहीं पा रहे हैं कि वे निदेशक के आदेशों का पालन करें, मिड-डे मील आयुक्त की मानें या फिर निर्वाचन विभाग के आदेशों की पालना करें।
विभाग को इस तरह के आदेश जारी करने से पहले यह देखना चाहिए कि किन शिक्षकों को मोबाइल उपयोग की छूट देनी जरूरी है। उन्हें छोड़ते हुए ऐसे आदेश जारी किए जाने चाहिए थे।
कैलाश वैष्णव, शिक्षक नेता