अध्यक्ष राकेश सियोता के नेतृत्व में सफाई मजदूरों ने निगम प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की। इस दौरान निगम में महापौर, आयुक्त और उपायुक्त के उपस्थित नहीं होने पर सफाई मजदूरों का और रोष बढ़ गया। प्रदर्शन व धरना की सूचना मिलते ही संबंधित थाना पुलिस भी निगम पहुंच गई। सफाई मजदूर धरने पर बैठकर नारेबाजी करते रहे। वहीं दर्जनों ट्रैक्टर ट्रॉलियों के निगम रोड पर मौजूद रहने से यातायात जाम हो गया व लोग परेशान होते रहे। पुलिस व यातायात कार्मिकों ने बड़ी मुश्किल से मार्ग सुचारू करवाया।
फेरे कम होने से मजदूर होंगे बेरोजगार
प्रदर्शन के दौरान ट्रैक्टर सफाई मजदूरों ने कहा कि निगम की ओर से ८० वार्डो में ८० ट्रैक्टर ट्रॉलियों के माध्यम से शहर में कचरा संग्रहण का कार्य करवाया जा रहा है। अब निगम प्रशासन ने प्रत्येक ट्रैक्टर के दो-दो फेरे कम कर दिए है। केवल एक-एक फेरे में कचरा उठवाया जाएगा। इससे प्रत्येक ट्रैक्टर पर मजदूरों की संख्या कम हो जाएगी व सफाई मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे। राकेश सियोता के अनुसार ट्रैक्टरों के फेरे कम नहीं किए जाए।
वार्ता से संतुष्ट नहीं
प्रदर्शन के दौरान यूनियन प्रतिनिधि मंडल की निगम उपायुक्त पंकज शर्मा से वार्ता हुई। सियोता ने बताया कि उपायुक्त यूनियन की मांगों पर संतोषजनक जवाद नहीं दे पाए है, इससे यूनियन सदस्यों में आक्रोश है। जल्द निगम प्रशासन को चेतावनी पत्र दिया जाएगा। फिर भी मांग पर गौर नहीं होता है तो आन्दोलन किया जाएगा। प्रतिनिधि मंडल में खेमचंद चांवरिया, राहुल चांवरिया, राजेश चौहान, अनूप जावा आदि शामिल रहे। वहीं यूनियन संरक्षक मुकेश राजस्थानी ने कहा कि निगम प्रशासन सफाई श्रमिकों की संख्या में कमी न करें। इससे इनके परिवारों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न होगा व सफाई मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे।