scriptखुली हवा में सांस ले सकेंगे कारागार के बंदी | bikaner news | Patrika News

खुली हवा में सांस ले सकेंगे कारागार के बंदी

locationबीकानेरPublished: Apr 30, 2019 11:48:59 am

Submitted by:

Atul Acharya

प्रदेशभर से एक हजार बंदियों को शिफ्ट करने के प्रस्ताव भेजे

bikaner news

खुली हवा में सांस ले सकेंगे कारागार के बंदी

जयप्रकाश गहलोत

बीकानेर. प्रदेश की जेलों में सालों से बंद सजायाफ्ता बंदियों को सरकार से राहत मिलने वाली है। आधी सजा भुगत चुके बंदियों को अब खुले शिविर में भेजने की तैयारी चल रही है। प्रदेशभर से एक हजार बंदियों को खुली जेल में शिफ्ट करने के प्रस्ताव जेल मुख्यालय को भेजे गए हैं। इन पर जयपुर में राजस्थान खुला बंदी शिविर समिति विचार कर रही है। समिति सदस्य पात्र बंदियों का चयन कर खुली जेल में भेजने का निर्णय करेंगे। बीकानेर जेल में करीब २५० बंदी खुली जेल में जाने के लिए कतार में है।
यह है नियम
आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे ऐसे बंदी जिन्होंने छह साल आठ माह की सजा जेल में काट ली हैं, वे खुली जेल में जाने के पात्र होते हैं। इसके बाद पात्र बंदियों की वरिष्ठता सूची तैयार की जाती है। वरिष्ठता सूची के आधार पर ही बंदियों को खुली जेलों में शिफ्ट किया जाता है।
सरकार का यह मकसद
प्रदेश में खुली जेलों की शुरुआत करने का सरकार का यह मकसद था कि अपराध कर जेलों में लम्बी सजा भुगतने वाले लोगों का सामाजिक जीवन पूरी तरह खत्म हो चुका होता है, ऐसे में उन्हें समाज की मुख्य धारा में लाने, श्रम का ज्ञान कराने तथा पुनर्वास के लिए खुला बंदी शिविर में रखा जाता है। यहां वे अपने परिवार के साथ भी रह सकते हैं।
प्रदेशभर की स्थिति
खुले बंदी शिविर : २९
बंदी : १३३७
सुरक्षा में तैनात कर्मी : ८७

यहां हैं खुली जेल
बीकानेर के बीछवाल, गोविंद गोशाला बेलासर (सींथल), अलवर, बाड़मेर, भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, धौलपुर, डूंगरपुर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जैतासर, जालोर, झुंझुनूं, खाटूश्याम (सीकर), कोटा, मंडोर, नागौर, नृसिंहपुरा श्रीगंगानगर, प्रतापगढ़, सांगानेर, श्रीगोसेवा सदन पकासरना हनुमानगढ़, श्री कल्याण भूमि गोशाला गंगानगर, श्रीकृष्णा गोशाला गोलुवाला हनुमानगढ़, सीकर, टोंक, उदयपुर।

एक हजार बंदी पात्र
प्रदेशभर की जेलों से आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे करीब एक हजार बंदियों की सूची भेजी गई है। अब वरिष्ठता के आधार पर उनका चयन कर रहे हैं। चयनित बंदियों को एक-दो माह में खुली जेलों में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
विक्रम सिंह, पुलिस महानिरीक्षक (जेल), जयपुर

ट्रेंडिंग वीडियो